मन कस्तूरी रे - 11 Anju Sharma द्वारा उपन्यास प्रकरण में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें उपन्यास प्रकरण किताबें मन कस्तूरी रे - 11 मन कस्तूरी रे - 11 Anju Sharma द्वारा हिंदी उपन्यास प्रकरण 762 1.2k रेस्टोरेंट से वे दोनों सीधे शेखर के फ्लैट पर चले गए। शेखर जल्दी ही विदेश चले जाएँगे यह ख्याल स्वस्ति अपने मन से निकाल नहीं पा रही है। इससे पहले भी वे देश विदेश की यात्राओं पर जाते रहे ...और पढ़ेपर स्वस्ति ने ऐसा कभी फील नहीं किया। अपने मन की इस उथलपुथल पर आज उसका कोई नियन्त्रण क्यों नहीं है! जबकि वह कितनी संयमित और संतुलित है इसकी प्रशंसा स्वयं शेखर भी करते रहे हैं! उसके व्यक्तित्व के ठहराव और परिपक्वता के वे कायल हैं! वह खुद नहीं जान पा रही है कि उसे क्या हुआ है? क्या स्वस्ति बदल रही है। शायद हाँ, अपने प्रेम से उसकी उम्मीदें और ख्वाहिशें दोनों बदल रही हैं पर इसमें गलत भी क्या है। अंततः वे दोनों प्रेमी हैं। ये कोई अनोखी बात तो नहीं! वह अपने प्रेमी के इतने समय तक विदेश जाने से पहले का समय उनके साथ बिताना चाहती है। सिंपल....! कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें मन कस्तूरी रे - उपन्यास Anju Sharma द्वारा हिंदी - उपन्यास प्रकरण (246) 23.2k 28.6k Free Novels by Anju Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Anju Sharma फॉलो