सौम्या रोज़ मेट्रो में बैठकर अपने स्कूल जाती है और इंदरलोक मेट्रो स्टेशन पर उतरकर अपने घर लौटती है, जहां उसके दो बच्चे उसका इंतज़ार करते हैं। आज मेट्रो में दो बार खराबी आई है और वह जल्दी घर पहुँचना चाहती है। उसे अपनी शादी के पहले के दिनों की याद आती है, जब उसने साहिल से शादी की थी। साहिल एक सफल मार्केटिंग मैनेजर है और शादी के बाद उनके जीवन में खुशी थी। शादी की पहली वर्षगांठ पर साहिल ने उसे डायमंड की अंगूठी दी थी और वे गोवा गए थे। साहिल ने सौम्या से कहा कि उसे नौकरी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि परिवार के बारे में सोचना महत्वपूर्ण है। हालांकि सौम्या की सैलरी से घर खर्च चल रहा था, लेकिन साहिल का कहना था कि उन्हें भविष्य की योजनाओं के लिए पैसे बचाने चाहिए। कुछ वर्षों बाद, सौम्या ने अपने करियर में छह साल पूरे कर लिए हैं, उसकी सैलरी बढ़कर तीस हजार हो गई है, जबकि साहिल हर महीने पांच लाख कमाता है। सौम्या ने कई बार जॉब छोड़ने की इच्छा जताई, लेकिन साहिल और उसकी माँ ने उसे ऐसा करने से रोक दिया। अब वह रोज़ घर लौटती है, बच्चों के लिए खाना बनाती है, और अपनी जिम्मेदारियों को निभाती है। उसकी स्थिति में संतोष और संघर्ष दोनों हैं, और वह अपने परिवार के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सेटल Swati Grover द्वारा हिंदी लघुकथा 27.4k 2.6k Downloads 8.2k Views Writen by Swati Grover Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सौम्या मेट्रो मे बैठी अपने स्टेशन का इंतज़ार कर रही थी ! वह रोज़ रिठाला एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने जाती है फिर वापिस अपने घर जाने के लिए इंदरलोक मेट्रो स्टेशन पर उतरती है! वहां से उसके घर का रास्ता बीस मिनट का हैं ! उसके दो बच्चे उसका इंतज़ार कर रहे होते है कि कब माँ घर आए और आकर उनको खाना खिलाए ! आज मेट्रो रास्ते में दो बार ख़राब हो चुकी है! और उसका मन है कि वो उड़कर किसी तरह अपने घर पहुँच जाए ! आँखे बंद करकर वह सात साल पीछे पहुँच जाती हैं More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी