wo bekasoor.. book and story is written by Sattu in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. wo bekasoor.. is also popular in Human Science in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. वो बेकसूर.. Satyendra prajapati द्वारा हिंदी मानवीय विज्ञान 14 1.8k Downloads 10.3k Views Writen by Satyendra prajapati Category मानवीय विज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ये खुदा तेरे बनाए इंसान से, अब इंसानियत बहुत दूर है।अब इन्हें इंसानियत पर नहीं, हैवानियत पर गुरूर है।बचे हैं जो कुछ इंसा यहां, क्या उनका इंसान होना कुसूर है।फिर क्यों मिला है दर्द जमाने से उन्हें, बता मेरे खुदा_ वो जो बेकसूर हैं।।?क्या हो गया इन दुनिया वालों को, हा मै उन दुनिया वालों की बात कर रहा हूं। जहां के लोग एक नई दुनिया की खोज कर चुके हैं।हा मै उन समझदार दुनिया वालों की बात कर रहा हूं, जिनकी समझ ने सारी दुनिया ही बदल दी।मगर अफसोस बदलते- बदलते इंसान इतना बदल गया कि कई हद तक More Likes This जाको राखे साइया द्वारा S Sinha जब मुर्दे जी उठे द्वारा S Sinha लोग मर के भी कैसे जिंदा हो जाते हैं द्वारा S Sinha विवाह और उसके प्रकार... द्वारा Abhishek Chaturvedi समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) हिंदी सतसई परंपरा - 1 द्वारा शैलेंद्र् बुधौलिया प्राचीन भारतीय इतिहास - 1 द्वारा Rajveer Kotadiya । रावण । अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी