कहानी में एक युवक की ऑफिस की दिनचर्या और उसके अनुभवों का वर्णन है। युवक ऑफिस में लंच के दौरान अपने बॉस का कॉल पाता है, जिसे वह एक दुखदायी स्थिति समझता है। वह कॉलेज और घर की भागमदौड़ के कारण ऑफिस में लेट हो जाता है। बॉस उसे लेट आने के लिए डांटता है और उसे ऑफिस से जाने के लिए कहता है। युवक दुविधा में है कि घर पर क्या बताएगा और ऑफिस में सभी उसके बारे में क्या सोचेंगे। फिर, लंच के दौरान बॉस का कॉल आता है, जिसमें वह युवक से माफी मांगता है। इसके बाद उसकी गर्लफ्रेंड का कॉल आता है, जिसे वह अनदेखा कर देता है। शाम को घर लौटने पर उसे अपने माता-पिता के बीच झगड़ा सुनाई देता है, जिससे वह चिंतित हो जाता है। कहानी का अंत इस विचार के साथ होता है कि पुरुषों के दर्द को कोई नहीं समझता। युवक अपने डायरी में "पुरुषों का दर्द कौन समझे" विषय पर लिखने का निर्णय लेता है, यह सोचते हुए कि पुरुष हमेशा अपने दर्द को छिपाते हैं। बेचारे पुरुषों का दर्द कौन समझे ? Mangi द्वारा हिंदी पत्रिका 3.7k 3.8k Downloads 11.7k Views Writen by Mangi Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मैं जैसे ही ऑफिस में लंच के लिए बैठा तो फोन रनकने लगा ! देखा तो, बॉस का कॉल । अरे, उसे कॉल क्यो कहु ? आफ़त की पुड़िया कहु तो ही बेहतर होगा । सुबह में कॉलेज और घर की भागमदौड़ी के बिच आज फिर ऑफिस में लेट हो गया । चलो लेट हो गया, कोई बात नही पर ऊपरवाला भी न, मेरे साथ ही खेल खेलता है । रोज मैं कॉलेज का एक लेक्चर बंक करके ऑफिस जल्दी आता हु तो बॉस लेट आता है और आज जब मैं लेट आया तो, देखो बॉस जल्दी आ More Likes This इतना तो चलता है - 3 द्वारा Komal Mehta जब पहाड़ रो पड़े - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी