हीर की मज़ार Sushank Patil द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें हीर की मज़ार हीर की मज़ार Sushank Patil द्वारा हिंदी लघुकथा 483 3.2k हीर की मज़ार“वकिल साहब आपके लिए चिठ्ठी आयी है” – रवि ने वकील बिशन सिंह को नीचे से आवाज़ लगाई। वकील साहब की ओर से जवाब न आता देख रवि ने उपर की मंज़िल पर जाना ही ठिक समझा। ...और पढ़ेने वकिल साहब के घर में आकर कहा – “ बिशन सिंह जी आपके लिये लाहोर, पाकिस्तान से कोई इज़्ज़त बिबि की चिठ्ठी आयी है” । बिशन सिंह जी के 76 साल के बुढ़े शरीर में मानो जान सी आ गई हो ये सुनकर। वो हड़बड़ी में उठे और रवि के हाथों से चिठ्ठी लेकर पढ़ने लगे। चिठ्ठी मैं लिखा कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें हीर की मज़ार अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Sushank Patil फॉलो