फिल्म 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को रिलीज से पहले ही विवादों का सामना करना पड़ा और इसे एक 'प्रोपगेंडा' फिल्म करार दिया गया, जिसका उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छवि को धूमिल करना बताया गया। फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब पर आधारित है, लेकिन फिल्म में मनमोहन सिंह को कमजोर और असहाय दिखाया गया है। फिल्म में कई वास्तविक फुटेज का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इसके डिस्क्लेमर पर सवाल उठता है। कहानी में कई घटनाओं को अतिशयोक्तिपूर्ण तरीके से दिखाया गया है, और कुछ बातें ऐसी हैं जो बारू की किताब में नहीं हैं। अभिनय के मामले में अनुपम खेर ने मनमोहन सिंह का किरदार निभाया है, लेकिन उनकी नकल असहनीय बताई गई है। सोनिया गांधी का किरदार सुजैन बर्नेट ने निभाया है, जो नकारात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया है। अक्षय खन्ना ने संजय बारू की भूमिका को अच्छी तरह निभाया है, जबकि राहुल और प्रियंका गांधी के किरदारों को कम महत्त्व दिया गया है। फिल्म की कहानी में कोई दम नहीं है, और निर्देशन भी सुस्त लगता है। कुल मिलाकर, यह फिल्म राजनीति में रुचि रखने वालों के लिए भी निराशाजनक साबित हो सकती है। फिल्म रिव्यूः 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर'… बेमतलब की राजकीय ड्रामेबाजी… Mayur Patel द्वारा हिंदी फिल्म समीक्षा 25 1.8k Downloads 9.9k Views Writen by Mayur Patel Category फिल्म समीक्षा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रिलिज के पहेले ही विवादों में घीरी फिल्म 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को शूरुआत से ही एक ‘प्रोपगेंडा’ फिल्म कहा जाता रहा है. कहा जाता रहा है की ‘भारतीय नेशनल कोंगेस’ की छबि धूमिल करने के खास मकसद से ये फिल्म बनाई गई है, और वो भी उस वक्त जब 2019 के चुनाव सर पर है. 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' देखने के बाद ये वाकई में साफ हो जाता है की ये फिल्म सही मायने में एक प्रोपेगेंडा ही है. (जिनको नहीं पता वो जान लें की प्रोपेगेंडा फिल्म मतलब ऐसी फिल्म जो किसी एक व्यक्ति, समाज/समुदाय या संगठन Novels फिल्म रिव्यू - मयूर पटेल फिल्म रिव्यू – ‘ठग्स ओफ हिन्दोस्तान’… दर्शको को वाकइ में ठग लेगी ये वाहियात फिल्म कई सालों से ये होता चला आ रहा है की दिवाली के त्योहार पर रिलिज हुई... More Likes This फिल्म समीक्षा द डिप्लोमेट द्वारा S Sinha सिल्वरस्क्रीन के गोल्डन ब्वॉयज़ - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil नंबर वन कौन? वहीदा रहमान या शर्मिला टैगोर द्वारा Prabodh Kumar Govil बॉलीवुड vs हॉलीवुड द्वारा S Sinha फिल्म रिव्यू - Bad Newz द्वारा S Sinha Mr. and Mrs Mahi - फिल्म समीक्षा द्वारा S Sinha Jawan द्वारा Nikhil Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी