देख कबीरा रोया Saadat Hasan Manto द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Manto ki Shreshtha Kahaniyan - 2 द्वारा  Saadat Hasan Manto in Hindi Novels
दो तीन रोज़ से तय्यारे स्याह उक़ाबों की तरह पर फुलाए ख़ामोश फ़िज़ा में मंडला रहे थे। जैसे वो किसी शिकार की जुस्तुजू में हों सुर्ख़ आंधियां वक़तन फ़वक़तन किसी...

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