जीत और दिलशाद मुंबई लौटते हैं, जहां डॉ. नेल्सन जीत की स्वास्थ्य जांच करते हैं। बातचीत के दौरान, नेल्सन बर्फीले पहाड़ों की छुट्टियों के बारे में पूछते हैं और अपनी मोहक मुस्कान से मरीजों की पीड़ा को कम करते हैं। दिलशाद और जीत उस स्मित के जादू में खो जाते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं। बातचीत के दौरान, जीत ने नेल्सन को पहाड़ों पर जाने के लिए कहा, जिस पर नेल्सन मजाक करते हैं कि वह अकेले नहीं जा सकते क्योंकि उनका विवाह नहीं हुआ है। दिलशाद ने सुझाव दिया कि पहले विवाह कर लें। फिर, नेल्सन ने हिम के एक टुकड़े के बारे में बताया जो सांस की नली में फंस गया है और यदि यह फेफड़ों तक पहुंचता है तो गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह मामला अनूठा है और कई डॉक्टर इस पर काम कर रहे हैं। नेल्सन ने आश्वासन दिया कि वह उस टुकड़े को फेफड़ों तक नहीं पहुंचने देंगे। दिलशाद ने चिंता जताई कि अगर वह फेफड़ों तक पहुंच गया तो क्या होगा, लेकिन नेल्सन की आँखों में एक आश्वासन था। कहानी में अनिश्चितता और चिंता के बीच नेल्सन का आश्वासन और मुस्कान कहानी को आगे बढ़ाते हैं। हिम स्पर्श 26 Vrajesh Shashikant Dave द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 5.1k 2.6k Downloads 8.1k Views Writen by Vrajesh Shashikant Dave Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जीत तथा दिलशाद मुंबई लौट आए। डॉ॰ नेल्सन ने पूरी तरह से जीत को जांचा, कई टेस्ट भी हुए। “बर्फीले पहाड़ों पर आप की छुट्टियाँ कैसी रही? बड़ा आनंद आया होगा न? कुछ मुझे भी तो बताओ कि पहाड़ों पर हिम कैसा लगता है? मैं कभी गया नहीं उन पहाड़ों पर।”नेल्सन ने बात का दौर सांधा। नेल्सन के होठों पर मीठा सा स्मित था। वह स्मित मोहक भी था। उसमें कोई जादू अवश्य था, जो रोगी की पीड़ा हर लेता था। दिलशाद और जीत उस स्मित के सम्मोहन में पड गए। कुछ क्षण के लिए पीड़ा भूल गए, बर्फीली पहाड़ियों Novels हिम स्पर्श जब बर्फ की एक युवती मरुभूमि में एक युवक से मिलती है तो .. तो जो घटनाएँ घटती है , वह क्या है युवती तस्वीर पत्रकार है तो युवक चित्रकार। दोनों के बीच... More Likes This Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी