Uttejna book and story is written by प्रिन्शु लोकेश तिवारी in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Uttejna is also popular in Magazine in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. उत्तेजना (व्यंग्य) प्रिन्शु लोकेश तिवारी द्वारा हिंदी पत्रिका 9 2.5k Downloads 12.4k Views Writen by प्रिन्शु लोकेश तिवारी Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण उत्त्तेजन एक बीमारी है। लग गई सो लग गई।जो व्यक्ति उत्तेजना से वाकिफ़ रहते हैं वो उसका प्रयोग समय आने पर ही करते हैं और उत्तेजित व्यक्ति से व्यर्थ में बहस नही किया करते है। वे तकलुफ़् प्रदर्शन के बाद पुनः अपने ढंग में आ जाते हैं। कुछ लोग तो एक दूसरे को देखन उत्तेजना के शिकार हो जाते और फिर उनकी हालत धोबी के कुत्ते सामान हो जाती है फिर वे घर बाहर कही के नही रह जाते । कुछ दिनों में ही फिर थाने जेल में नजर आते और उनका वहीँ उन्मेष और निमेष होता है। ऐसे बहुत ही कम लोग है जिन्हें उत्तेजना में सफ़लता मिली हो More Likes This नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) गलतफहमी - भाग 1 द्वारा Sonali Rawat अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी