मौन का वातावरण व्याप्त था और वफ़ाई और जीत एक-दूसरे की उपस्थिति में असहज महसूस कर रहे थे। वफ़ाई ने भूख की बात की, लेकिन जीत ने उसे नजरअंदाज किया। अंततः, जीत ने कहा कि अगर उसे खाना चाहिए, तो उसे खुद पकाना होगा। वफ़ाई ने इसे चुनौती दी, यह कहते हुए कि वह अतिथि है और जीत का नैतिक दायित्व है उसका ध्यान रखना। जीत ने अंततः उसे फ्रिज में खाना लेने की सलाह दी। वफ़ाई ने कुछ खाना और फल निकाले और जीत से पूछा कि क्या वह कुछ लेना चाहता है। दोनों ने मौन में भोजन किया, जबकि बाहरी दुनिया पूरी तरह से शांत थी। दोनों एक-दूसरे से बात करने की इच्छा रखते थे, लेकिन कोई भी शुरुआत नहीं कर रहा था। चित्र को देखते हुए, वफ़ाई ने उसमें एक पर्वत और रेत के बीच के विरोधाभास को समझा। उसने महसूस किया कि रेत पर खड़ा व्यक्ति जीत है, जो मित्रता का आमंत्रण दे रहा है। वफ़ाई ने चित्र के साथ एक प्रयोग किया, लेकिन जब उसने रेत और हिम के बीच का हाथ जोड़ दिया, तो चित्र की सुंदरता खो गई। इस प्रकार, वफ़ाई की कोशिशों ने उसे निराश किया, क्योंकि उसने अपने कार्यों का परिणाम देखा। हिम स्पर्श - 16 Vrajesh Shashikant Dave द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 7.1k 2.5k Downloads 6.9k Views Writen by Vrajesh Shashikant Dave Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मरुभूमि मौन थी। हवा मौन बह रही थी, मौन गगन देख रहा था, बादल भी मौन यात्रा कर रहे थे, रेत मौन पड़ी थी, मार्ग मौन थे, पंखी भी मौन उड़ रहे थे। सब कुछ मौन था, शांत था। केवल दोनों के मन अशांत थे। दोनों बात करना चाहते थे, एक दूसरे को जानना चाहते थे किन्तु कोई भी बात नहीं कर रहा था। दोनों प्रतीक्षा कर रहे थे कि सामनेवाला बात प्रारम्भ करे। दोनों मौन थे अत: दोनों अशांत थे। दोनों चित्र को बिना किसी उद्देश्य से देख रहे थे। चित्र शांत एवं मौन था। किन्तु चित्र में बसे आकार शांत नहीं थे, वह कुछ कह रहे थे। Novels हिम स्पर्श जब बर्फ की एक युवती मरुभूमि में एक युवक से मिलती है तो .. तो जो घटनाएँ घटती है , वह क्या है युवती तस्वीर पत्रकार है तो युवक चित्रकार। दोनों के बीच... More Likes This Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी