Mata pita aur bachche book and story is written by Monika Verma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mata pita aur bachche is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. माता पिता और बच्चे Monika Verma द्वारा हिंदी लघुकथा 7 2.1k Downloads 16.1k Views Writen by Monika Verma Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। हर इंसान किसी न किसी समाज से जुड़ा हुआ है। और यह समाज मिलकर बनता है एक देश।बिल्कुल इसी में से एक समाज में एक 28 साल का युवक समीर अपने मात पिता कमल लाल और सवितादेवी के साथ रह रहा है।छोटा सा परिवार है। समाज में रहते हुए समीर की शादी प्रीती नाम की एक खूबसूरत और शुशील लड़की के साथ हो गई।सबकुछ अच्छे से चल रहा था। प्रीती भी ससुराल में अच्छे से घुल मिल गई।6 महीने अच्छे से बीत गए। फिर? फिर क्या था? जो हर घर में होता है। सवितादेवी और More Likes This My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा LOTUS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी