The story discusses the diversity of language, religion, and caste in India, emphasizing that this diversity has existed since ancient times. It highlights the enduring sentiment of unity among different groups despite their differences. The narrative seems to reflect on the historical context of India's rich cultural tapestry and the importance of acknowledging and respecting this diversity. शूरवीर पृथ्वीराज चौहान Amrita shukla द्वारा हिंदी लघुकथा 11.1k 4.4k Downloads 28k Views Writen by Amrita shukla Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यह कहानी शूरवीर हिन्दू राजा पृथ्वीराज चौहान की है।अपने नाना के गोद लेने के बाद मात्र ग्यारह वर्ष की उप्र में वे अजमेर और दिल्ली के शासक बन कर कुशलता पूर्वक शासन संचालित किया।यह बात राजा जयचंद को बुरी लगी और वो पृथ्वीराज को शत्रु समझने लगा था।बचपन से ही वे शब्द भेदी बाण चलाने में निपुण थे।अपने मित्र चंदबरदाई से उनका रिश्ता भाई से भी बढ़कर था राजा जयचंद की पुत्री संयोगिता से चित्र के माध्यम से प्रेम हो जाने पर जयचंद शत्रुता के लिए पुत्री का स्वयंवर में पृथ्वीराज को छोड़कर सभी राजपूत राजाओं को आमंत्रित करता है और पृथ्वीराज की द्वारपाल स्वर्ण मूर्ति दरवाजे पर रखवा देता है। खबर पाकर संयोगिता का अपहरण करके राज्य में लाकर विवाह कर लेते हैं।मुहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज पर आक्रमण कियाऔर वह हार गया। घायल अवस्था में बंदी गोरी को पृथ्वीराज प्राणदान दे देते हैं।लेकिन गोरी फिर से राजा जयचंद के साथ पृथ्वीराज पर हमला बोल देतें हैं।राजपूत राजाओं को जयचंद द्वारा भडकाने के कारण कोई साथ नहीं देता।चंदबरदाई और अपनी सेना के साथ पृथ्वीराज आखिर हार के गोरी द्वारा बंदी बना लिए जाते हैंं।जहाँउनकी आंखें गरम संलाखो से फोड़ दी जाती हैं।तब गोरी के अंतिम इच्छा पूछने पर वह शब्द भेदी बाण चलाने की बात कहता है।चंद के बोला दोहा खत्म होते ही पृथ्वीराज बाण से गोरी का वध कर देता है।बात में शत्रु सेना के पकड़ने से पहले वे भाग कर स्वयं को खत्म कर देते हैं।इस तरह अंतिम हिन्दू शासक का अंत हो जाता है। More Likes This रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan बड़े बॉस की बिदाई द्वारा Devendra Kumar Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी