कहानी "जो लौट के फिर न आये" में मानवता की सभ्यता और उसके विघटन पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह बताता है कि कैसे मानव अपने स्वार्थ के लिए युद्ध और हिंसा का सहारा लेता है, और एक व्यक्ति की विकृत मानसिकता का परिणाम कई लोगों को भुगतना पड़ता है। कहानी का मुख्य पात्र, मेजर लखन पाल, 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद दिल्ली में बस गया। उसके दो बेटे, मुकेश और वरुण, में देशभक्ति की भावना बचपन से ही विकसित होती है। वरुण, जो 1950 में जन्मा था, अपने पिता से युद्ध की कहानियाँ सुनकर प्रेरित होता है। एक दिन, जब वरुण और मुकेश स्कूल से लौटते हैं, तो वे देखते हैं कि उनकी गाड़ी नहीं आई है। यह स्थिति उनके जीवन में आने वाले बदलावों और संघर्षों को संकेत देती है। कहानी इस द्वंद्व और बलिदान की गहराई को उजागर करती है, जो मानवता की जटिलताओं को दर्शाती है। जो लौट के फिर न आए Jahnavi Suman द्वारा हिंदी लघुकथा 1.6k 2k Downloads 9.2k Views Writen by Jahnavi Suman Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वरुण ऑटो से बाहर निकला उसके दोनों हाथों में सामान था। मुकेश ने जल्दी से दौड़ कर वरुण का सामान अपने कंधे पर उठा लिया। पिता ख़ुशी से वहीं के वहीं खड़े रह गए। माँ बोली, अंदर आ सबसे पहले तेरी नज़र उतारती हूँ। आर्मी ज्वाइन करने के बाद कितना स्मार्ट लग रहा है। माँ ने वरुण की नज़र उतारने के बाद सर पर हाथ फेरते हुए पूछा , ऐसे कैसे आ गया अचानक ? सरप्राइज़ देना चाहता था मॉ को ? वरुण बोले , सरप्राइज़ ही समझ लो। जैसे अचानक आया हूँ, वैसे अचानक जा भी रहा हूँ आज शाम को। माँ ने हँसते हुए कहा ,:चल हठ, मजाक मत कर मेरे साथ। कितने दिनों बाद देखा है, तुझे ऐसे कैसे चला जाएगा। वरुण माँ की गोद में सिर रखते हुए बोले, मेरी सबसे प्यारी माँ, मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ। सचमुच शाम की गाडी से अखनूर जाना है। ' More Likes This Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 1 द्वारा Bikash parajuli Trupti - 1 द्वारा sach tar वाह ! बेटा वाह ! - भाग 1 द्वारा H.k Bhardwaj 2050 – भविष्य की कहानी द्वारा Bikash parajuli महाराणा सांगा - भाग 11 द्वारा Praveen Kumrawat मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानी - 1 द्वारा Dr. Gyanendra Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी