Jo lout ke fir n aaye book and story is written by Jahnavi Suman in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jo lout ke fir n aaye is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. जो लौट के फिर न आए Jahnavi Suman द्वारा हिंदी लघुकथा 4 1.4k Downloads 7.3k Views Writen by Jahnavi Suman Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वरुण ऑटो से बाहर निकला उसके दोनों हाथों में सामान था। मुकेश ने जल्दी से दौड़ कर वरुण का सामान अपने कंधे पर उठा लिया। पिता ख़ुशी से वहीं के वहीं खड़े रह गए। माँ बोली, अंदर आ सबसे पहले तेरी नज़र उतारती हूँ। आर्मी ज्वाइन करने के बाद कितना स्मार्ट लग रहा है। माँ ने वरुण की नज़र उतारने के बाद सर पर हाथ फेरते हुए पूछा , ऐसे कैसे आ गया अचानक ? सरप्राइज़ देना चाहता था मॉ को ? वरुण बोले , सरप्राइज़ ही समझ लो। जैसे अचानक आया हूँ, वैसे अचानक जा भी रहा हूँ आज शाम को। माँ ने हँसते हुए कहा ,:चल हठ, मजाक मत कर मेरे साथ। कितने दिनों बाद देखा है, तुझे ऐसे कैसे चला जाएगा। वरुण माँ की गोद में सिर रखते हुए बोले, मेरी सबसे प्यारी माँ, मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ। सचमुच शाम की गाडी से अखनूर जाना है। ' More Likes This दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी