आजाद-कथा - खंड 2 - 101 Munshi Premchand द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें आजाद-कथा - खंड 2 - 101 Azad Katha - 2 - 101 book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Azad Katha - 2 - 101 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. आजाद-कथा - खंड 2 - 101 Munshi Premchand द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 1.4k 5.6k आजाद पाशा को इस्कंदरिया में कई दिन रहना पड़ा। हैजे की वजह से जहाजों का आना-जाना बंद था। एक दिन उन्होंने खोजी से कहा - भाई, अब तो यहाँ से रिहाई पाना मुश्किल है। खोजी - खुदा का शुक्र करो ...और पढ़ेबचके चले आए, इतनी जल्दी क्या है? आजाद - मगर यार, तुमने वहाँ नाम न किया, अफसोस की बात है। खोजी - क्या खूब, हमने नाम नहीं किया तो क्या तुमने नाम किया? आखिर आपने क्या किया, कुछ मालूम तो हो, कौन गढ़ फतह किया, कौन लड़ाई लड़े! यहाँ तो दुश्मनों को खदेड़-खदेड़ के मारा। आप बस मिसों पर आशिक हुए, और तो कुछ नहीं किया। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें आजाद-कथा - खंड 2 - 101 आजाद-कथा - खंड 2 - उपन्यास Munshi Premchand द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 70k 285.9k Free Novels by Munshi Premchand अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी