कहानी "अंजाम-ए-नजीर" बटवारे के बाद की है, जब हिंदू और मुसलमानों के बीच हिंसा बढ़ गई थी। नसीम अख़तर, जो दिल्ली की एक तवाइफ़ है, अपनी बूढ़ी माँ से कहती है कि उन्हें वहां से निकल जाना चाहिए और पाकिस्तान जाना चाहिए। उसकी माँ पूछती है कि वे कहां जाएंगे। नसीम कहती है कि पाकिस्तान, क्योंकि यहां रहना अब सुरक्षित नहीं है। उनके उस्ताद खानसाहब भी उनकी बात से सहमत हैं, लेकिन कहते हैं कि माँ को मनाना होगा। नसीम अपनी माँ से कहती है कि अब यहां हिंदूओं का राज होगा और मुसलमानों को नहीं छोड़ा जाएगा। बुढ़िया का कहना है कि उनका धंधा तो हिंदूओं की बदौलत चलता है। नसीम फिर भी कहती है कि उनके और हिंदूओं के मजहब में कोई फर्क नहीं है और क़ैद-ए-आज़म ने मुसलमानों के लिए पाकिस्तान बनाया है, इसलिए उन्हें वहीं रहना चाहिए। कहानी में संघर्ष, पहचान, और अस्तित्व की जद्दोजहद को दर्शाया गया है। अंजाम-ए-नजीर Saadat Hasan Manto द्वारा हिंदी लघुकथा 6.5k 4.5k Downloads 14k Views Writen by Saadat Hasan Manto Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अंजाम-ए-नजीर (सआदत हसन मंटो) बटवारे के बाद जब फ़िर्का-वाराना फ़सादात शिद्दत इख़्तियार कर गए और जगह जगह हिंदूओं और मुस्लमानों के ख़ून से ज़मीन रंगी जाने लगी तो नसीम अख़तर जो दिल्ली की नौ-ख़ेज़ तवाइफ़ थी अपनी बूढ़ी माँ से कहा “चलो माँ यहां से चलें” बूढ़ी बाइका ने अपने पोपले मुँह में पानदान से छालिया के बारीक बारीक टुकड़े डालते हुए उस से पूछा “कहाँ जाऐंगे बेटा ” “पाकिस्तान।” ये कह कर वो अपने उस्ताद ख़ानसाहब अच्छन ख़ान से मुख़ातब हूई। Novels मंटो की बेख़ौफ़ कहानियां ये 1919-ई- की बात है भाई जान जब रौलट ऐक्ट के ख़िलाफ़ सारे पंजाब में एजीटेशन होरही थी। मैं अमृतसर की बात कररहा हूँ। सर माईकल ओडवायर ने डीफ़ैंस आफ़ इंडिया र... More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी