Mishra ji ka manch-moh book and story is written by Dr kavita Tyagi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mishra ji ka manch-moh is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मिश्रा जी का मंच-मोह Dr kavita Tyagi द्वारा हिंदी लघुकथा 2 902 Downloads 10.9k Views Writen by Dr kavita Tyagi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण परंपरागत पितृसत्तात्मक समाज स्त्रियों को अनेक सीमाओं-बंधनों में जकड़ कर अपना प्रभुत्व स्थापित करके अपने वर्चस्व को बनाए रखने के लिए युगों-युगों से स्त्री को बलि का बकरा बनाता आया है । अपने हृदयस्थ कोमल भावों के अधीन स्त्री अपनी गृहस्थी को बचाने के लिए स्वयं को गृहस्थ रुपी यज्ञ-कुंड की समिधा बनाकर गौरवान्वित अनुभव करती है । किंतु आज की सुशिक्षित माँ अपनी प्रतिभाशाली बेटी को आगे बढ़ने का पूरा अवसर उसे देना चाहती है । इसलिए वह स्वयं आगे बढ़कर उन सीमाओं को तोड़ देती है, जिन्हें उसने अपने लिए सहज स्वीकार कर लिया था । प्रस्तुत कहानी मिश्रा जी का मोह-मंच आज की स्थिति का रोचक शैली में किया गया शब्दांकन है । More Likes This True Love द्वारा Misha Nayra मज़बूत बनकर लौटा समन्दर द्वारा LOTUS पाठशाला द्वारा Kishore Sharma Saraswat डिप्रेशन - भाग 1 द्वारा Neeta Batham मोहब्बत - पार्ट 1 द्वारा mohammad sadique सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी