कहानी "यात्रा मदारी सपेरे और साँप" में, शर्मा दिल्ली के प्लेटफॉर्म पर खड़ा है और उसे अपनी कॉलोनी की एक युवती नीलम दिखाई देती है, जो हरिद्वार जाने के लिए तैयार है। नीलम ने रिजर्वेशन नहीं कराया है और जनरल कोच में यात्रा करने का विचार किया है, जिससे शर्मा चिंतित हो जाता है। वह नीलम को सलाह देता है कि वह स्लीपर कोच का टिकट ले और ट्रेन के आने पर धक्का-मुक्की से बचने के लिए पीछे खड़ी रहे। शर्मा उसे आश्वासन देता है कि वह पहले जाकर उसके लिए जगह रोक लेगा। नीलम शर्मा की बात मानती है और उसके पीछे चलती है। कहानी इस प्रकार नीलम की यात्रा की तैयारी और शर्मा की चिंता को दर्शाती है। यात्रा, मदारी, सँपेरे और साँप BALRAM AGARWAL द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1.6k 2.3k Downloads 10.1k Views Writen by BALRAM AGARWAL Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अभिजात्य वर्ग के कुछ लोगों में पसरे अस्पृश्यता के छद्म को निहायत खिलंदड़े अंदाज में उतारकर सामने रखती कहानी। इस कहानी का नायक शर्मा स्वयं सवर्ण होने के बावजूद ट्रेन की सीट पर फैलकर बैठे तिलकधारी पंडित-जैसे दिखने वाले व्यक्ति के प्रति लेशमात्र भी सहानुभूति नहीं रखता है और अपने साथ यात्रा कर रही दलित युवती को एकदम अनोखे अंदाज में बैठने के लिए सीट दिलाता है, वह रोमांचित भी करता है और प्रफुल्लित भी। More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी