Sadako pe saap book and story is written by Prem Janmejay in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sadako pe saap is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सड़को पे सांप Prem Janmejay द्वारा हिंदी लघुकथा 5 1.3k Downloads 4.1k Views Writen by Prem Janmejay Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दिल्ली जैसे किसी भी महानगर की सड़कों पर निकल जाएँ तो अपना जीवन असुरक्षित लगने लगता है। लगता है कि आप अकेले कृष्ण हैं जो किसी दुर्योधन से सड़क पर थोड़ी सी जगह मांग रहे हैं पर आपके आस पास के सड़कों को घेरे दुर्योधन आपको एक इंच ज़मीन देने को तैयार नहीं। मोटर साईकिल वाले ऐसे रेंगते हैं जैसे सड़कों पर काले नाग रेंग रहे हों , आपने छुआ नहीं की डंक लगा More Likes This वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी