Majhab juda sahi, magar hum ek hai book and story is written by vineet kumar srivastava in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Majhab juda sahi, magar hum ek hai is also popular in Drama in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मज़हब ज़ुदा सही, मगर हम एक हैं vineet kumar srivastava द्वारा हिंदी नाटक 4 2.4k Downloads 14k Views Writen by vineet kumar srivastava Category नाटक पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हममे धार्मिक अलगाव की भावना के स्थान पर भारतीयता की भावना कूट-कूटकर भरी होनी चाहिए क्या बिहार,पंजाब या यूपी भारत से अलग है नहीं न तो फिर भाषा-प्रांत या जाति के आधार पर मनुष्यों का वर्गीकरण करने वाले हम कौन होते हैं हमें तो बस इतना जानना चाहिए कि इस पृथ्वी और इस देश के वासी होने के नाते हम सब भाई-भाई हैं भले ही हम सबका मज़हब ज़ुदा है मगर हम एक ही ईश्वर की संतान होने के नाते एक हैं More Likes This प्रेम और युद्ध - 3 द्वारा Anand Tripathi Venom Mafiya - 1 द्वारा Frost RE स्वर : एक संगम या जंग - 1 द्वारा Shruti Sharma Insta Empire - 1 द्वारा Aniket Rajput नादान इश्क़ - 2 द्वारा rk bajpai इश्क इबादत - 2 द्वारा Juhi Patel My Passionate Hubby - 1 द्वारा Asha Sahu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी