तारा ने हवाई जहाज कि सीट पर बैठ कर चैेन की सांस ली और सोचने लगी जब मन उंमग और उत्साह हो तो जीवन तनावरहित हो तो हर चीज़ कितनी अच्छी लगती है मानों चारों तरफ बहार ही बहार हो और बगल वाली सीट पर बैठा पति समीर जो अभी कुछ चौबीस घंटे पहले ही बना था तारा ने एक नजर समीर को देख फिर अपनी नजरों से पूरे जहाज के अंदर आ रहे लोगों को देखने लगी और एक एयरहोस्टेस अपना काम करते हुए लोगों को अपनी अपनी सीट पर बैठने के लिए कह रही थी और साथ ही अपनक अपनी सीट बैल्ट बांधने के लिए घोषणा होने लगी तारा अपनी सीट बैल्ट नही बांध पा रही थी तो समीर ने तारा की सीट बैैल्ट बाांधने नही में तारा की मदत कर दी और कुछ हीे देर में जहाज ने अपनी उड़न भरनी शुरू करते हुए धीरे-धीरे आसमान से बाते करने लगा और जहाज. अपना देश छोड़कर दूसरे देश की ओर रवाना हो गया

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प्यार में धोखा - भाग 1

तारा ने हवाई जहाज कि सीट पर बैठ कर चैेन की सांस ली और सोचने लगी जब मन उंमग उत्साह हो तो जीवन तनावरहित हो तो हर चीज़ कितनी अच्छी लगती है मानों चारों तरफ बहार ही बहार हो और बगल वाली सीट पर बैठा पति समीर जो अभी कुछ चौबीस घंटे पहले ही बना था तारा ने एक नजर समीर को देख फिर अपनी नजरों से पूरे जहाज के अंदर आ रहे लोगों को देखने लगी और एक एयरहोस्टेस अपना काम करते हुए लोगों को अपनी अपनी सीट पर बैठने के लिए कह रही थी और साथ ही ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 2

और जब दो चार दिन के बाद पानी वाला जहाज आगे चला तो और दूसरी सीमा पर चैकिंग के तो वहाँ के लोगों ने वही सभी को पकड़ कर जेल भेज दिया और ऐसे ही कुछ दिनों जेल से चिट्ठी पत्र भेजते रहे लेकिन धीरे-धीरे पत्रों का सिलसिला बंद हो गया जिन लोगों पता चल गया था कि हमरे देश के लोगों बिदेश मे जा कर फंस गये वे कुछ समय तक अपने लोगों को छुडाने के लिए कोशिश करते रहे लेकिन जब कोई रास्ता नहीं बचा तो वे लोग भी चुप बैठ गये थे क्योंकि भारत के देहरादून ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 3

तारा यहां पर एक गांव से शहर में आई एक भोली भाली सी लडक थी लेकिन जूली तारा से एक दम अलग किस्म की लडकी थी जो एक रहीस खानदान की एक बिगड़ी हुई औलाद कहेगे तो बेहतर होगा और तारा में भी जूली को देख कर अपने बदलाव आने लगे थे और तारा एक मध्यवर्गीय परिवार अाई और सफलता की सिढी़ चढते हुए कामयाबी की तरफ बढ़ रही थी और तारा को अपनी जीवनशैली में जो चीजे खरीद के लिए सौ बार सोचना पड़ता अब पहली तनख्वाह मिलते ही अपनी सभी जरूरतों को पूरा करने लगी और ऐसे ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 4

तारा की को अपनी बेटी का बदला हुआ रूप अच्छा नही लगा ले और जूली तारा और तारा कीमां दोनों को अकेले छोड़कर मुझे कुछ काम है कह कर चली गई और जूली के बाहर जाते ही रमा ने तारा से कहा अपने आप को बदलना बहुत अच्छ बाबा है मगर इतनी बेपरवाही त से पैसे खर्च करने कोई अक्लमंदी की बात नही है और तुम पहली बार घर से बाहर निकली हो तो तुम्हे बाहर तरह-तरह के लोग मिलेगे और अपनी जरूरतों को पूरा करना बहुत अच्छी बात है मगर ये फिजूलखर्ची करना कोई अक्ल की बात नही ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 5

तारा की मां ने अपनी बेटी तारा को समझाते हुए कहा कि बेटा दूनिया चाहे कितनी भी क्यों न जाये लेकिन एक लडकी की लाज शर्म उसके अपने हाथों में होती है और मैं ये नही करने की तुम अपने आप को मत बदलो लेकिन एक मर्यादा तक ही ठीक होता है ताकी कोई हम पर उंगली ना उठा सके और मैं ये मानती हूं हमे जमाने के साथ थोडा बहुत बदलाव तो आना ही चाहिए और तुम अब कमाने लगी हो तो मैं तो तुम्हे ।यही कहूगी की तुम थोडी बहुत बचत करनी भी सिखों ताकी आगे जा ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 6

और दो दिन हो गए थे तारा को और जूली को मनाली आ कर और दो दिन बाद तारा तेजस को देखा जो बहुत सुन्दर नौजवान और कसरती शरीर का का मालिक था जिसे देख तारा बहुत खुश हुई थी क्योंकि तेजस तारा से बहुत ही अच्छे तरिके से मिला था और तारा पहले तो थोड़ा अजीब सा लग रहा था एक लडके से तारा पहली बार इस तरह से मिलीथी और तारा थोड़ा घबरा भी रही थी लेकिन तेजस बहुत ही बहुत सलीके से तारा से बात कर रहा था और तारा को तेजस की भाषाशैली से बहुत ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 7

कभी अपने ऊपर बहुत गुस्सा आता क्योंकि तेजस एक बहुत ही अमीर खानदान का लडका था और तेजस के अमीर घरों की ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 8

और तारा अपनी मां का पत्र पढ़ कर परेशान हो गयी थी और तारा ने मां का पत्र तेजस जूली को पढ़ने के लिए दिया और पत्र पढने के बाद तेजस ने कहा तारा अब निर्णय तो तुम्हे ही करना होगा एक तरफ मैं हूं और दूसरी तरफ तुमहारी मां ने तुम्ह लिए रिशता ढूंढा लिया है और तुम क्या चाहती हो ये तुम्ह ही तय करना है एक तरफ तुम्ह प्यार हैं दूसरी तरफ वो अनजान शख्स जिसे तुम अभी तक मिली भी नही हो र और बैसे भी तुम अब बालिग हो चुकी हो और तुम कहों ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 9

जब तारा की मां ने तेजस से कहा बेटा बाकी सब तो ठीक है लेकिन एक बार तुम्हारे माता-पिता आ जाते तो इत्मिनान से बाते करते हुए तो तेजस ने कहा आंटी जी मेरी मां तो नही है इस दूनिया में लेकिन मेरे पापा हैं लेकिन वे भी अभी बिदेश हैं क्योंकि हमारा व्यपार ही इतनी जगह फैला हुआ है हैं कि मेरे पापा को खुद पता नहीं होता कि आज वो कहां पर होगे और कल कहां पर ये किसी पता नहीं होता है और इसलिए कल वो युरोप के लिए रवाना हुए हैं तोमेरी बात हो गई ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 10

तारा तेजस से बात करते हुए कह रही थी किसी की जिंदगी में कब बदलाव आ जाये ये कोई बता सकता क्योंकि मैंने तो अपनी जिंदगी में कभी सोचा भी नहीं था कि मैं कभी बिदेश जाऊंगी मुझे इतनी सारी खुशीयां मेरी झोली में भगवान देगें मैं बहुत खुश नसीब हूं तेजस जो आप मेरी जिन्दगी में आये और तारा खुशी से चहकेते हुए बोली मै यूरोप जा रही हूं मुझे तो यकीन नहीं हो रहा तो तेजस ने कहा नही हम यूरोप नही बल्कि दुबई जा रहे तो तारा ने हैरानी से कहा लेकिन आप ने तो कहा ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 11

और तारा को कमरे में छोड़ कर तेजस कही चला गया था और तारा अपना कमरा देख रही थी का कमरा बहुत सुन्दर ढंग से सजा हुआ था और हर चीज किमती थी और तारा को कमर बबह पंसद आया था और कमरे में आज कल के जमाने की चीजों से भरा हुआ था और हर चीज अपनी किमत बया कर रही थी बेड की चादर भी बेशकीमती थी तारा को अंदाजा लगना मुश्किल हो रहा था औ कमरे के अंदर ही बाथरूम था और तारा कमरा देखने के बाद बिस्तर पर लेट गयी और कब उसे निंद आ ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 12

तेजस उस पठान से कह रहा था आज तक आपने ऐसा माल कही नही देखा होगा और तारा बाहर हो कर तेजस के बंद कमरे के होल से कमरे में झांक कर देखने लगी और दो लडकीयां ज जो की नाम मात्र के कपडे पहने हुए थीं वे वहां गिलासों में शराब डाल कर तेजस और पठान की गोद में बैठ कर पिलाने की कोशिश करने में लगी हुई थी साथ तेजस और पठान उन दो लडकीयों के गाल सहला रहे थे और शराब भी लडकीयों के हाथों से पीने में मग्न थे और और फिर पठान ने तेजस ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 13

और अब तारा को सब कुछ याद आने लगा कि कैसे तेजस ने मुझे अपने प्यार में फंसाया और में मेरी मां को धोखा दिया वो इतने प्यार से किसी को भी तेजस पर जरा सा भी शक नही हुआ और तारा को एहसास हो रहा था कि तेजस ने शादी के समय कोर्ट मेरिज के समय गवाह लाये थे क्या वो सब भी फर्जी नकली थे और मेरी मां को भी शादी के लिए दो लाख रुपये दे कर मुझे खरीद और यहां पर बीस लाख का सौदा करने में लगा हुआ है और तारा सोचने लगी क्या ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 14

और तारा ने अब सोच लिया था कि मुझे तेजस अब बच कर रहन होगा क्योंकि इसे मुझ पर सा भी शक नही होना चाहिए कि मैं इसकी असलियत जानती हूं और ये दालाल गिरी करता है और अब तारा को अपनी सुरक्षा खुद करनी थी और इस के लिए सबसे पहले मुझे अपनी हिम्मत और हौसला बनाय रखना होगा और तारा से तेेजस ने कहा तुम न तैयार हो जाओ तब तक मैं अपना काम खत्म करके आता हूं और तेजस ने जाते-जाते कहा ठीक हैं मैं किसी को भेजता हूं और तेजस चला गया था और कुछ ...और पढ़े

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प्यार में धोखा - भाग 15

मोना ने हैरानी से कहा तुम तो इतनी पढी़ लिखी हो कैसे इस की चुंगल फंस गई तो तारा कहा हां क्योंकि तेजस मुझे मिला ही इतने प्यार से था उस पर शक करने की कोई बजह भी नही थी क्योंकि तेजस ने बहुत सोच समझकर ही जाल बिछाया था कि ना चाहते हुए भी मेरे जैसी भोली भाली लडकी इस ना मुराद के जाल में फंस गई और तो और मेरीमां को तेजस ने शादी का पूरा खर्चा दिया जिससे मेरी मां भी इस पर शक ना कर सकी और और तेजस बडे़ प्यार से हमे और हमारी ...और पढ़े

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