जिम में मुलाक़ात Nitesh Kumar द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिम में मुलाक़ात

एक जिम लवर की कहानी:

विक्रम एक जिम लवर है। उसका दिन जिम में शुरू होता और उसकी रात भी जिम में ही समाप्त होती हैं। उसे बॉडी बिल्डिंग में खुद को एक उचित स्थान प्राप्त हो गया है, ऐसे महसूस करने की आदत हैं।

विक्रम को बॉडीबिल्डिंग में नियमित और प्रयोग में लाने की आदत है। वह अपने व्यायाम का समय तय करता है और उसे पूरा करने के लिए निष्ठापूर्वक अपना समय निकालता है। उसकी आदतों में व्यायाम के लिए सही आहार, पर्याप्त पानी पीना, और पर्याप्त आराम भी शामिल हैं। वह अपने शरीर को संयमित रूप से प्रशिक्षित करता है, जिससे उसकी बॉडीबिल्डिंग में प्रगति होती है और वह अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सकारात्मक महसूस सकता है।

एक दिन, वह जिम में एक नई लड़की देखता है, जिसका नाम सिमरन हैं। उसकी खूबसूरती और उसकी सामर्थ्य ने उस पर एक प्रभाव छोड़ देता हैं। विक्रम सिमरन को देखने के लिए अब प्रत्येक दिन जिम आने लगा, शायद सिमरन पसन्द आ चूकी थी। सिमरन के जिम आने का समय और जाने का समय तथा वर्कआउट करने का समय सभी बारीकी से जेहन में बैठा लिया, ताकि उसकी नजरों में आ सके। फिर क्या हुआ ऐसे ही कुछ दिन बीते, एक दिन जिम में साहस जुटाकर विक्रम ने सिमरन से मुस्कुराते हुए बोला, हाय!, सिमरन का जवाब आया- हाय!
सिमरन अपनी वर्कआउट पर लगी रही, लेकिन विक्रम की धड़कन बढ़ती गई, सोचने लगा और आगे क्या बात करूं, कैसे चालू करूं, अपने दिल की बात कैसे कहूं, कैसे मेरे तरफ वो देखेगी, कब मेरे बारे में सोचेगी, ऐसे उसके दिमाग में चलने लगा फिर कुछ देर बाद, डम्बल रखने के बाद, फिर विक्रम सिमरन के पास गया, कुछ कहना चाहा, लेकिन हिचकीचाहट से फिर दूसरे मशीन के पास जा खड़ा हुआ और एक्सरसाइज करने लगा, तिरछी नजरों से सिमरन को देखना उसकी नजरों में सिमरन के लिए आहे निकलने लगा, लेकिन क्या करें मजबूर था शायद कभी लड़की से बात नहीं किया हो, हो भी सकता है या जब किसी से प्यार होने की संभावना होती है तो शुरुआत शायद एक अंजना अदृश्य संभावनाओं से शुरुआत होती है, लेकिन यहां एक मजे की बात है विक्रम शायद ऐसा सोच रहा होगा, परंतु सिमरन के जीवन में ऐसा नहीं है, वो एक खुले विचार की लड़की है जो शहर उसकी परवरिश हुई है, जो हर एक भावनाओं को समझती है जानती है, हर दिनचर्या को देखते आई है,न जाने कितने लोगों से मिलती आई है, शायद उसका व्यवहारी के जीवन भली भांति पता है, इसलिए वह हर एक अनुभव से परिपूर्ण अवगत है।

अगले दिन विक्रम सोच के जिम जाता है कि आज किसी तरह सिमरन से अपने दिल की बात जरूर कर दूंगा, अपनी जो भी हसरत है उसे कह सुनाऊंगा, बताऊंगा मैं, कि तुम मुझे पसंद आने लगी हो, तुम्हें चाहने की मेरे दिल की ख्वाहिश बन चुकी है, मैं तुम्हें अपनी जीवन में एक विशेष स्थान देना चाहता हूं जो सिर्फ तुम्हारा होगा और किसी का नहीं, वह स्थान ऐसा होगा जहां सिर्फ तुम, सिमरन सिर्फ तुम ही होगी, और कोई नहीं, जहां तुम्हारी बात होगी, तुम्हारा माहौल होगा, तुम्हारी तारीफ होगी, तुम्हारी खूबसूरती होगी, तुम्हारी बात होगी, तुम्हारी संगत होगी, तुम्हारा हर वक्त, हर एक चीज होगा, जो दुनिया में और किसी के साथ कोई नहीं सोच सकेगा, वह पल मैं तुम्हारे साथ बनाना चाहता हूं, एक ऐसी दुनिया तुम्हारे साथ में देखना चाहता हूं और तुम्हारे सहारे एक ऐसा मंजिल, एक ऐसा ख्वाब खड़ा करना चाहता हूं, जिसे दुनिया को दिखा सकूं, बता सकूं कि मुझे भी कोई ऐसा मिला जो मेरे विश्वास के पात्र हैं, जो मेरे जिंदगी में एक अहम हिस्सा है मेरी सांस की तरह, मेरे स्वभाव की तरह जिसके आने से मेरी एक छोटी सी जिंदगी, एक बड़ा विकराल सा स्वप्न को पैदा किया है, जो दुनिया को एक लक्ष्य के रूप बनाकर दिखाना चाहता है, शायद मैं यह कल्पना कर रहा हूं। सिमरन मेरी बात मानेगी या नहीं मानेगी, मेरे तरफ, अपनी चाहत का एक पल का हिस्सा, मेरे इस चाहत को अपना हाथ बढ़ाकर पूरा कर पाएगी कि नहीं कर पाएगी, बड़ी कशमकश है।
जिम के बाहर परिवेश होने से पहले
विक्रम- हाय!
सिमरन- हेलो!
जिम के अंदर वर्कआउट की तैयारी में सभी लोग, जो पहले से आए हुए हैं मेंबर, अपना अपना वर्कआउट कर रहे होते हैं, सिमरन भी गई है और विक्रम भी आया है तो अपना एक्सरसाइज शुरू करने से पहले
विक्रम- जानबूझकर सिमरन के पास जाता है और अपना परिचय देता है। कि मेरा नाम विक्रम है। और मैं बॉडीबिल्डिंग की दुनिया में एक नया मुकाम हासिल करना चाहता हूं, मैं जिम करने डेली आता हूं अपनी एक्सरसाइज के बारे में बताने लगता है कि आज मैं चेस्ट करने वाला हूं और बायसेप करने वाला हूं। वैसे आप क्या करने वाली हो आज ?
सिमरन- मैं तो अभी वार्मअप कर रही हूं।
विक्रम- Ok
विक्रम- आपका नाम क्या है?
सिमरन- सिमरन।
इस तरह से दोनों में परिचय हो जाता है। पता चलता है सिमरन एक मॉडल बनना चाहती है जिसके लिए उसने अपने शरीर को फिट होने के लिए जिम जॉइनिंग कर रखी है, और वह एक बड़े घराने की लड़की है, सिमरन से साफ़ पता चलता है कि जल्द ही एक सक्सेसफुल स्टार बन जाएगी।
सिमरन और विक्रम में एक दूसरे के साथ परिचित हो जाने के बाद एक दूसरे के साथ वर्कआउट करते हैं, एक दूसरे को सहयोग करते हैं। और विक्रम अपने दिल की बातें सिमरन के साथ शेयर करने लगता है, अपना उम्मीद अपनी आरजू सिमरन के सामने खोलने लगता है जिसे पता चलता है, की विक्रम की जिंदगी में कितनी बड़ी उम्मीद छुपी हुई है, कितना बड़ा लक्ष्य इसके जीवन में है जिसे यह पाना चाहता है।
विक्रम के मुंह से यह तरह-तरह की बातें सुनकर जो जीवन से जुटी हुई बातें हैं जो हर एक इंसान कामयाब होना चाहता है जो सोचता है जो करना चाहता है वह हर किसी के जीवन में ऐसा रहता है, ये सिमरन के नजरों में एक खास हिस्सा बन जाता है। एक अलग नजरिया बन जाता है सिमरन उसके बारे में सोचने लगते।
अब दोनों दोस्त बनने के लिए तैयार हो जाते हैं, दोनों एक दूसरे से अपनी कमियां, पसंद, ना पसंद, क्या खाना है, क्या नहीं खाना है, कहां जाना है, किधर घूमने है, कितना समय कहाँ बिताना है, कैसा समय चल रहा है क्या जिंदगी है, जीवन के हर पहलू पर नजर डालते हैं, जो एक दूसरे को समझते हैं समझते हैं। अपने लाइफ के बारे में सफल होने के बारे में बताते जाते हैं, जिससे एक अजनबी से एक खास दोस्ती की तरफ एक अनजाना रिश्ता की तरफ करीब आने लगते हैं।
जो आगे चलकर इन लोगों में कितनी दर्दनाक अप्रिय टकराव होगा शायद यह कभी कल्पना भी नहीं किए होंगे खैर अभी तो नए-नए दोस्ताना का सफर चालू हुआ है, जो अभी इस सफर पर निकले हैं। सफर का तो मजा ले लीजिए, आनंद उठा लेने दीजिए, जिंदगी है अगर जीना है तो सफर में निकलना ही पड़ेगा, जब सफर में निकल गए हैं तो सफर का आनंद भी उठाना ही होगा, अब क्या होगा आगे क्या नहीं, अब इसके बारे में सोचकर क्या हम घर से बाहर नहीं निकलेंगे, शायद ये विक्रम और सिमरन ऐसा कभी नहीं सोचे होंगे कि, उनके साथ अप्रिय कुछ होना होगा, वह तो केवल अपने पास जीवन से जुड़ी हर एक खुशी, दर्द, जुदाई, आनंद सब कुछ एक दूसरे के साथ बांट रहे हैं। मानो एक दूसरे के लिए बने ही हो, शायद यह मौका विक्रम का होगा क्योंकि वह ऐसा चाहता था, कि उसके जीवन में उसकी चाहत, जो सिमरन है, उसकी जिंदगी का हिस्सा बने। लेकिन उसे भी नहीं पता कि कुछ पल के लिए ही सिमरन उसकी जिंदगी में आई है। उसे भी नहीं पता, कुछ दिनों बाद वास्तविकता में उसे छोड़कर चली जाएगी, वह तो अस्वस्थ है, किसी कारण आ गई है तो उसकी जिंदगी में हमेशा हमेशा के लिए रहेगी।
लेकिन देखते हैं फिर क्या होता है अब इन लोगों का डेली का रूटीन हो गया है, जो विक्रम है उस सिमरन के दोस्ती से बहुत खुश है। वह अपनी बॉडी बिल्डिंग की दुनिया में आगे बढ़ना चाहता है, जो अब सिमरन से प्रेरणा लेता है, की उसकी चाहत, उसकी खुशी, उसके साथ बिताए वो पल, वो लम्हे, उसे प्रेरणा देती है। उसका साहस जुटती है और उसके अपने शरीर की शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है। जो मानसिक रूप से भरपूर स्वस्थ होता है और शारीरिक रूप से भी स्वस्थ होता है।
यही कारण है जो विक्रम के जिंदगी में एक लड़की की जरूरत थी जो सिमरन के आने के बाद, फर्स्ट उसके मन मस्तिष्क को एक स्वस्थ प्रोटीन की तरह एक ऐसा अनोखा पदार्थ मिल गया है, जो उसके मस्तिष्क को नई ऊर्जा की तरह सकारात्मक शक्ति प्रदान कर रही है, जो उसके शरीर में शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलता है, वर्कआउट में, हर वह कार्य में, घर पर, बाहर, मार्केट में, जहां भी जाता है सकारात्मक सोच के साथ, उसे सीक्रेट सिमरन के मिल जाने से खुशियां ही खुशियां रहती है। हर काम सकारात्मक से करता रहता है।
शायद विक्रम को दिल से प्यार हो गया है वह अपने मन मस्तिष्क में सिमरन नाम का एक ऐसा पौधा रोप दिया है, जो बढ़ता ही जा रहा है। देखते हैं बढ़ पाता है या नहीं।
उधर सिमरन अपने कार्य में व्यस्त रहती हैं। वह विक्रम की बातों को उतनी सच्चाई, उतनी गंभीरता से नहीं लेती, क्योंकि वह एक लड़की है। जो अपने जिंदगी के उस मुकाम को पाना चाहती है, जहां उसको जाना है, वहाँ खुशी-खुशी जाना चाहती है, अकेले जाना चाहती, उसे प्राप्त करना चाहती है। वह जानती है कि वहां जाने के बाद मुझे हर खुशी मिलेगी, हर तमन्ना पूरी होगी, जो चाहूंगी, वह पूरा होगा, जिसे चाहूंगी, उसे अपना बनाऊंगी, खुशियां ही खुशियां होगी, वह इस कामयाबी के सफर में, बीच के रास्ते में, किसी को नहीं देखना चाहती, किसी को नहीं समझतीं, बस उसे अपना एक लक्ष्य दिखाई देता है।
वह तो जिम एक पाठ है, एक समय है, जो निकालकर अपने आप को फिट होने के लिए जिम जाया करती, लेकिन वहां उसे क्या पता जो विक्रम जैसे लड़के से मुलाकात हो जाएगी, जो उसका शायद उसके जीवन में कुछ ही पल के लिए, वह भी एक अहम ही हिस्सा बन जाएगा, लेकिन वह उसको उतना दिल से नहीं लेती और साइड बाय साइड, उससे किनारा की रहती है, वह नहीं चाहती, किसी उलझन में पड़े, किसी बंधन में बंधक हो जाए, वो तो खुले विचार की है, स्वतंत्र रहना चाहती है, खुलकर जिंदगी जीना चाहती है, अकेला, अभी उसकी उम्र ही क्या है? अपनी उम्र के हिसाब से बहुत कुछ करना चाहती है, मौज-मस्ती, जो उसे अभी पूरा करना बाकी है।
खैर कहानी आगे बढ़ती है विक्रम के दिल में सिमरन के लिए प्यार उत्पन्न हो जाता है जो सिमरन को अपना सब कुछ मान चुका है। धीरे-धीरे अब वह चाहता है की अपना प्यार का इजहार सिमरन से कर दूं और अच्छा समय चुनने लगता है, कब मैं अपने प्यार का एलान करूं।
वह उसके साथ हर दिन जिम आने लगा, उसके साथ काम करता और उसके साथ समय बिताने का अवसर ढूंढता।
विक्रम को महसूस होने लगा कि उसके लिए सिमरन के दिल में प्यार बढ़ रहा है जब वह सिमरन के साथ ज्यादा समय बिताने लगा और उसके साथ बातचीत में खुल जाने लगा। सिमरन के व्यवहार और भावनाओं में एक बदलाव आया और वह उसके दिल की बातें समझने लगा। विक्रम ने उसके आदर्शों, सपनों और मूल्यों को समझने और उससे जुड़ने का एहसास करने लगा। उसने महसूस किया कि सिमरन के साथ होने से उसे खुशी मिलती है और उसका दिल उसकी दिशा में बढ़ रहा है। यह उसे एहसास हुआ कि उसकी भावनाओं के पीछे उसकी ओर से भी प्यार की भावना है।
विक्रम ने महसूस किया कि उसके दिल में सिमरन के प्रति प्यार बढ़ रहा है। उसने खुद से सच्चाई में इनकार किया, पर जिम के दीवानों ने उसकी नजरों में उसके प्यार की पहचान कर ली।
विक्रम ने अपने दिल की बात सिमरन को बताने के लिए उससे एक खास समय चुना। वह उसे एक निजी और अपने मुताबिक जगह पर मिलने का प्रस्ताव दिया, जहां वे दोनों आराम से बातचीत करने का समय निकाले। विक्रम ने सिमरन को उसके साथ गुजरे समय के बारे में बताया और उसके प्रति अपनी भावनाओं को साफ़ और समझाया। उसने खुलकर अपनी दिल की बात कही और सिमरन को यह बताया कि वह उसे महसूस कर रहा है और उसके साथ अपने भविष्य को साझा करना चाहता है। विक्रम ने विश्वास के साथ और समझदारी से अपनी भावनाओं को समझाया, जिससे सिमरन भी उसकी भावनाओं को समझ सके और उन्हें स्वीकार कर सके।
विक्रम ने अपने दिल की बात सिमरन को बताई, और उसके भीतर से भी समान भावनाओं का आभास हुआ। दोनों ने एक-दूसरे की दिल की बात समझी और उनके बीच में एक गहरा और सच्चा प्यार उजागर हो गया।
विक्रम कुछ इस तरह से अपने दिल की बातें किया। मैं पहली बार जब आपको जिम में देखा था, उसी पल से ही, आप मेरी जिंदगी में आ गइ, मैं मान गया कि आप ही मेरे लिए बनी हो, आप मेरी वह हर तमन्ना हो जिसके सहारे मैं कुछ भी पूरा कर सकता हूं, और मेरा जीवन, आपके साथ व्यतीत करने से पूर्ण हो सकता है। वह पल ऐसा था, जिसे मानो की मेरा शरीर का कोई अंग कहीं गुम हो गया है और अचानक फिर आकर मेरे सामने, मेरे से, मेरे में ही, अंदर घुसने की वह बात कर रहा है, ऐसे हो आप, अब मैं अपनी ही अंग को कैसे क्या इजाजत दूं कि आप मेरे अंदर आ जाओ, अब मेरे में समा जाओ, मैं जानता हूं कि आप वही हो मेरे दिल की धड़कन, जिससे मेरी सांसे चलती है, जिसे मेरी कल्पना होती है, जिसके लिए मैं बना हूं, जब आप इजाजत ही पूछ रही हो, इस दिल को धड़कने की, तो मैं क्या कर सकता हूं, मैं तो इजाजत ही दूंगा, यदि आप इसे एक उम्र चलाने में मदद करेंगी, तो आप अवश्य एक प्यार का सहारा लेकर मेरे जीवन को परिपूर्ण करिये। यदि मैं कहूं प्यार ही एक रास्ता है, जिस पर चलकर पूरा किया जाए, तो कृपया मेरे इस मंजिल तक पहुंचने में आप मदद करें आप स्वीकार करें कि आप भी मुझसे प्यार करती हैं।
झूठ ही सही सिमरन प्यार कबूल कर लेती है।

जिम में उनके प्यार की बात फैल गई, लेकिन उन्होंने अपने प्यार की महक न केवल अपने दिलों में महसूस की, बल्कि उन्होंने अपने जीवन के नए चरमों की ओर एक साथ चलने का निर्णय भी किया।

लेकिन, लेकिन जैसे कि आप जानते हैं की विक्रम और सिमरन अपनी-अपने जीवन के उस उद्देश्य के लिए संघर्ष रहित हैं, जो अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, उस ऊंचाई को छूना चाहते हैं जहां खुद अपने को देखना चाहते हैं, वह अपने आप को उस स्तर पर चमकना चाहते हैं, जहां लोग एक आइकन माने, उन्हें प्रशंसा मिले, उनकी तारीफ हो, और उस तारीफ प्रशंसा के लिए वह अपने-अपने कार्य में इतना व्यस्त हो गए, खासकर सिमरन, जो विक्रम के साथ अपना साथ छोड़ना चाहती है, और छोड़कर चली भी जाती है, विक्रम उसके प्यार में बेचारा तड़पता है, उसकी याद में, उसके साथ बिताए हुए पल, उसके साथ वह खुशी, वो दर्द, जख्म, हंसना, बोलना, गाना, घूमना-फिरना, हर एक चीज, सब फीका पड़ जाता है। जैसे मानो एक वादा किया था, कि उसके रूह से एक निकला हुआ कहीं कुछ भटक चुका था, जो फिर आकर उसे इजाजत ले रहा था, कि उसके अंदर समाना या न समाना। संभवतः अगर वह बात सिमरन वही रोक देती तो शायद यह करवा, यह दर्द भरी कहानी विक्रम की जिंदगी में नहीं आती। लेकिन गलती सिमरन की भी नहीं है बल्कि गलती तो कहा जा सकता है कि विक्रम का भी नहीं है। लेकिन क्या करें, यह जवानी है, हर किसी के साथ होता है, कोई ना कोई किसी को पसंद करता है, जिसे अपना मान बैठता है, खास समझ बैठता है, वह अपनी जिंदगी का एक हम हिस्सा बन बैठता है, लेकिन वह नहीं जानता कि वह मेरे लिए है, या नहीं, वह मेरा साथ देगा या नहीं देगा, वह कुछ नहीं सोचता समझता, दुनिया का प्रवाह छोड़, केवल अपना दुनियाँ, एक अलग बनाना पसंद करता है और उसी में लग जाता है। वह अधर्म पाल लेता है, की एक लड़की उस लड़के के जीवन में आएगी और एक नया लक्ष्य प्राप्त करवाएगी, और उस जीवन का, वह सुख में, आनंद में, जीवन व्यतीत करवाएगी, गलत है।
और लड़की भी यह सोच बैठती है कि उसके जीवन में एक लड़का आएगा, जो उसके लिए ही बना होगा, उसकी हर तमन्ना है, जो पूरा करेगा, हर चीज जो सोच से परे है, वह नहीं होता। शायद कभी होता होगा कोई लड़का लड़की एक साथ मिल जाते होंगे और उनका जीवन साफ सुथरा निर्मल पवित्र गुजर जाता होगा, एक दूसरे के साथ लेकिन अधिकांश यही देखा जाता है कि, दो मासूम प्यार करने वाले मिलते हैं और बिछड़ जाते हैं। कोई गरीब-अमीर के कारण, कोई पर्सनालिटी के कारण, कोई उच्च-नीच के कारण, कोई भेदभाव के कारण, कोई कामयाबी-नाकामयाबी के कारण, बहुत से कारण है। कितना गिना जा सकता लेकिन यही सत्य है, कि एक मासूम दिल आपस में प्यार करते हैं, उन्हें बिछड़ना पड़ता है, उन्हें दर्द खाना पड़ता है, चोट सहना पड़ता है, कितने तकलीफ सहना पड़ता है, दुनिया की ताना, घर वालों का ताना, दोनों के आपस की प्रेम भरी बातों का ताना और क्या कहा जा सकता हैरहेग।

लेकिन सिमरन समझदारी से विक्रम के प्यार के खातिर, उसकी चाहत के खातिर, जीवन भर का साथ देने के लिए वादा करती है, और हर लक्ष्य को पूरा करने का दोस्ती का वादा करती है यह भी वादा करती हैं कि हर एक परिस्थिति में वह एक दोस्त की तरह खड़ी रहेगी।

विक्रम और सिमरन की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि प्यार को कोई भी स्थिति में छुपाया नहीं जा सकता, और जब दो लोगों के बीच में सच्चा प्यार होता है, तो उन्हें एक दूसरे के साथ हर समस्या का सामना करने की ताकत मिलती है।
विक्रम और सिमरन की प्रेम कहानी ने उन्हें एक-दूसरे के साथ नए सपनों और लक्ष्यों की ओर बढ़ने का साहस दिया। उनका साथ एक दूसरे के अधिकार में और भी मजबूती और विश्वास को बढ़ावा दिया। उन्होंने एक-दूसरे के सपनों को साकार करने के लिए मिलकर काम किया और एक साथ अपने जीवन के सार्थकता को अनुभव किया। उनकी कहानी हमें यह याद दिलाती है कि प्यार का मतलब होता है साथी की सहायता, समर्थन और आत्मिक समृद्धि के लिए संपूर्ण समर्थन।
उनकी कहानी ने हमें यह भी याद दिलाया कि प्यार में समर्थ होने के लिए हमें अपने दिल की बात साहस से कहना चाहिए। धैर्य, समझदारी, और समर्थन के साथ, हम संगीन रिश्तों को मजबूती से बनाए रख सकते हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि जब दो लोग एक-दूसरे के साथ होते हैं, तो वे जीवन के हर मोड़ पर एक दूसरे का साथ देकर साथी की ताकत को बढ़ा सकते हैं।