अरोरा अ मिस्टीरियस गर्ल - 1 Priya द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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अरोरा अ मिस्टीरियस गर्ल - 1

अरोरा जिसका नाम का ही मतलब के मिस्ट्री है ।  तो सोचिए वो और और उसकी जिंदगी कैसी होगी ? तो चलिए जानने के लिए पढ़ते है, आज का पहला एपिसोड...

एक बड़े से विला के हॉल से एक बच्ची की खिलखिलाहट की आवाज आ रही थी। उस विला के हॉल में एक 5 साल की छोटी- सी लड़की  मम्मा-पापा पकड़ो, पकड़ो , कहते हुए खिल-खिलाते हुए हॉल में इधर से उधर भागती जा रही थी ।

उसके पीछे लगभग 19 साल की लड़की, और 23 साल का लड़का दोनों उस छोटी बच्ची के पीछे भाग रहे थे ।

19 साल की लड़की, जो उस 5 साल की बच्ची कि मां थी । वह रुक जाती है और अपने कमर पर दोनों हाथ रखते हुए, अपने मन मे बोली , " अच्छा बच्ची, मुझसे चलाकी । अब देखो मैं क्या करती हूं ।"

बोलते हुए वह अपने दोनों घुटने पर हाथ रख लेती है और बोलती है, " अरोरा प्लीज बच्चा रुक जाओ ना बच्चा  । मम्मा अब थक चुकी है ।"  कहते हुए वह अपने सामने खड़े लड़के को, अपनी अपनी एक आंख मार के, उसको भी एक्टिंग कंटिन्यू करने को बोलती है ।

वह लड़का जो अरोरा का पापा थे। वो उस लड़की की आवाज को सुनकर रुक गये । वह उस लड़की के इशारे को समझ गये और वह भी अपने दोनों घुटनों पर हाथ रखकर,  उस भागती हुई बच्ची  यांनी की अरोरा से कहते है, " अरोड़ा प्लीज रुक जाओ ना  । मम्मा के साथ- साथ पापा भी इतनी देर से भागते हुए थक चुके हैं ।"

यह सुनकर अरोरा यानी कि वह बच्ची अपनी आंखों को बड़ी-बड़ी किये,  उन दोनों के पास अपने नन्हे -नन्हे कदमों से  चलकर आने लगती है।  फिर उनके पास पहुंच कर, अरोरा अपनी प्यारी- सी आवाज में बोलती है , " मम्मा-पापा आप दोनों इतनी जल्दी थक गए ! पर देखो , अरोरा नहीं थकती । क्योंकि अरोड़ा तो स्ट्रांग गर्ल है ना ।"

अरोरा की यह बात सुनते ही,  उसकी मम्मा और उसके पापा दोनों ही उसको  एक हाथ पकड़ कर,  अपनी तरफ खींचते हुए,  दोनों अपनी गोद में ले लेते हैं । और उसकी मम्मा उसके  दोनों गालों को खींचते हुए बोली,  " हां मेरा बच्चा , आप बहुत स्ट्रांग गर्ल हो । ब्रेव मां की ब्रेव बेटी ।"

यह सुनते ही अरोरा अपनी प्यारी-सी आवाज में बोली , " और पापा के लिए  !" 

अरोरा की बात सुनकर, दोनों ही एक -दूसरे को देखकर मुस्कुराने  लगे  । और अरोरा के पापा बोले, " अरोरा, अपने पापा की प्यारी- सी,  नन्ही -सी , मासूम- सी परी है । और अपने पापा की लाडली गुड़िया है ।"

यह सुनते ही अरोरा अपनी आंखों को बड़ी-बड़ी किये,  खुश होकर देखते हुए बोली , " सच में पापा ।  मैं आपकी परी बेटी हूं !"

यह सुनते ही उसके मम्मा-पापा,  दोनों ही उसे देखते हुए , अपनी पलके झपका देते हैं। और अरोरा को अपनी गोद में लिए,  उसे गुदगुदी करने लगते हैं ।

जिससे अरोरा  खिल-खिला कर हंसने लगती है । और हंसते हुए बोली, " मम्मा- पापा बंद करो,  मुझे गुदगुदी हो रही है ।"

लेकिन वह दोनों नहीं रुकते और उसे गुदगुदी करने लगते हैं। दोनों 5 मिनट तक , उसे वैसे ही गुदगुदी करते रहते हैं ।

अरोरा अब खिलखिला कर हंसते हुए बोली, "  हां हां मम्मा-पापा,  प्लीज अब रुक जाओ ना मेरा पेट जब दर्द करने लगा है ।  हंसते-हंसते ।"

यह सुनते ही दोनों एक पल के लिए रुक जाते हैं। लेकिन फिर से उसे गुदगुदी करने लगते हैं । फिर एक -दूसरे को देखते हुए , आंखों ही आंखों से इशारे करते हुए , कुछ बात करते हैं । और अरोरा की तरफ देखते हुए , उसके पापा बोले , " प्रॉमिस मी अरोड़ा,  की अब आप आगे से ऐसा कुछ नहीं करोगे । जिससे हमें आपके पीछे भागना पड़े ।" 

यह सुनकर अरोरा खिल-खिला कर हंसते हुए बोली,  " प्रॉमिस पापा,  पिंकी वाला प्रॉमिस । आगे से ऐसा मैं कुछ भी नहीं करूंगी । प्लीज, अब तो रुक जाइए ना ।"

यह सुनते ही उसके मम्मी-पापा उसे गुदगुदी करना बंद कर देते हैं ।

फिर अरोरा को उसके पापा गोद में लेते हैं । और अरोरा की मम्मी अरोरा से बोलती है , " अरोरा आपको कुछ खाना है ? आज आपके लिए आपकी मम्मा स्पेशली आपकी पसंद का कुछ खाने का बनाएगी ।"

यह सुनकर अरोरा, अपनी आंखों को बड़ी-बड़ी किये  । अपने आंखों में चमक लिए,  सरप्राइज होकर बोलती है, " सच में मम्मा !  मेरी पसंद का खाना बनाओगी !" 

यह सुनते ही उसके पापा बोलते हैं , " नहीं तुम्हारे लिए नहीं,  बंदरों के पसंद का खाना बनाएगी ।  और उनको ही खिलाएगी ।"

यह सुनते ही अरोरा अपने पापा के, सीने पर अपने नन्हे -नन्हे हाथों से मुके मारते हुए बोली,  " मम्मा,  देखो ना पापा ये क्या बोल रहे है ।"

यह सुनते ही अरोरा की मम्मी,  उसके पापा के गोद से अरोरा को अपनी गोद में लेते हुए,   उनकों ख दिखाते हुए बोली,  " आप मेरी बच्ची को क्यों तंग कर रहे हैं ? अब मैं सिर्फ़ अपनी बच्ची के लिए खाना बनाऊंगी  । और आपने मेरी बच्ची को परेशान किया है ना,  अब आज आपको खाना नहीं मिलेगा ।"

यह सुनते ही उसके पापा बोले, "लेकिन मैंने क्या......।"

उनको बीच में ही रोकते हुए, अरोरा अपने नन्हे- नन्हे हाथों से ताली बजाते हुए बोली , " ये....! पापा को खाना नहीं मिलेगा ।  नहीं मिलेगा , भई नहीं मिलेगा ।"

यह सुनते ही , उसके पापा उसे आंख दिखाते हुए बोले,  " अरोरा की बच्ची,  तुम्हारी वजह से आज मुझे खाना नहीं मिलेगा । और तुम्हारी वजह से, तुम्हारी मम्मा मुझे इतना डांट रही है ।  देखना, अगर मुझे आज खाना नहीं मिला । तो देखता हूं, तुम्हारे साथ कौन खेलता है ।" बोलकर उसके पापा अपने दोनों हाथों को,  अपने सीने से बांधते हुए,  तिरछा मुस्कुराते हैं ।

यह सुनते ही अरोरा अपनी मम्मा से बोलती है,  " मम्मा देखो ना पापा क्या बोल रहे है,  ये मेरे साथ नहीं खेलेंगे ।" 

यह सुनते ही उसकी मम्मा साइड में रखे बैट को अपने हाथों में उठाती है  और  बोली , " क्या बोला आपने ? आप मेरी बच्ची अरोरा के साथ नहीं खेलेंगे  ।" बोलकर बैट लेकर उनको मारने  लगी ।

ये देखते ही अरोरा-जोर जोर से हसने लगी । क्योंकि उसे अपने पापा को पिटवाने में बहोत  मजा आता था  । 

 उसके पापा भागते हुए बोले, " अरे मैं तो बस उसे डरा रहा था । क्योंकि उसकी वज़ह से मुझे आज खाना नहीं मिलने वाला था । लेकिन तुम तो मेरे पीछे हाथ- पैर धोके मुझे मारने के लिए,  मेरे पीछे पड़ गई हो ।"

ये सुनते ही अरोरा की मम्मी रुक जाती है औऱ अपने हाथ में लिए बैट को अपने दूसरे हाथ में पटकते हुए बोली,  " अच्छा तो मैं आपके पीछे हाथ पैर धोकर पड़ गई हुई हूं  । रुकिए अभी मैं आपको बताती हूँ  । कहते हुए वो उनके पीछे बेट लिए भागने लगी  । 

यह देखते ही अरोरा चहकते  हुए,  अपने दोनों हाथों से ताली बजाते हुए बोली, " मम्मा,  पापा को और पिटो और पिटो । मुझे बहुत मजा आ रहा है ।"

ये सुनते ही उसके पापा बोले,  " अरोरा की बच्ची तुझे बहुत मज़ा आ रहा है मुझे पिटवाने मे  । देखना जब मैं नहीं रहूँगा ना,  तब तुझे मेरी कितनी याद आएगी  देखना  ।" 

 लेकिन अरोरा उनकी बातों को ऐसे इग्नोर करती है,  जैसे उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ेगा  । तभी अरोरा की नजर , बाहर गार्डन में बैठे  एक क्युट से पप्पी पर जाती है । उसको देखते हुए अरोरा अपनी मम्मा- पापा से बोली, " मम्मा-पापा मैं गार्डन में जा रही हूं  ।" 

उसकी मम्मा जैसे ही उसको कुछ बोलने ही वाली थी,  कि  तब तक अरोरा,  भागते हुए गार्डन में में चली गई ।

अरोरा जैसे ही गार्डन में पहुंची ।  वैसे ही उस विला के अंदर जोर  का धमाका हुआ ।

यह देखते ही अरोरा जोर से चिल्लाई, " मम्मा-पापा ।"  चिल्लाते हुए,   वह वहीं पर बेहोश हो गई ।

आखिर कैसे हुआ यह धमाका ?

क्या बच पाएंगे अरोड़ा के मम्मी पापा?

आखिर किसकी नजर लगी इस खेल हंसते- खेलते परिवार को?

अब क्या होगा अरोड़ा के साथ ?

जानने के लिए पढ़ते रहिए , मेरी एक कहानी " अरोरा अ मिस्टीरियस गर्ल  "

कैसा लगा आपको मेरी इस कहानी का पहला चैप्टर ? कमेंट बॉक्स में कमेंट करें और रिव्यूज देना ना भूले ।

तब तक के लिए बाय-बाय,  सी यू सुन