लव की आरजू - 2 Aarzoo.. द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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लव की आरजू - 2

अर्ज किया है,

क्या आपकी आवाज भी इतनी मदहोश है,
की हमारा गुस्सा भी मदहोश हो गया,
क्या जादू चलाया आपने की,
पूरा दिन आपने चुरा लिया..

शायरी थोड़ा डर के आरजू से कहती है, ओह माय गॉड आप बोल क्यू नही रहे?क्या हमे फीर्शे थाने जाना पड़ेगा,अरे अरु बिल्कुल नही प्लीज हा प्लीज।पिछली बार की तरह बिलकुल मत करना हा प्लीज,ऐसा कुछ हुआ न तो हम अभी जा रहे है आप एकेले ही सब फोड़ लीजिए।

आरजू बोलती है,अरे कुछ नही करेंगे हम,वो पिछली बार की बात तो याद ही मत कराइए वरन..

आरजू आगे कुछ बोले उससे पहेली ही शायरी थोड़ा शांत करने को कहती है कोई नी कोई नी कोई नी कुछ याद नहीं करना हम चलते है घर चलते है न।

अब वो दोनो हस देती है और कहेति है वो,वो एक नमूना था एक नंबर का।

आपको कुछ समझ में नहीं आ रहा न,चलिए हम बताते है पिछली बार क्या हुआ था।

एक बार जब (तीन साल पहले)आरजू और शायरी ट्रेन में ट्रैवल कर रहे थे तब उनकी उम्र शायद २० साल थी और तब वो दोनो अपनी सीट पर बैठी हुई थी,

आरजू,बिल्ली हमे चाय पीनी है,

शायरी कहती है अरे भूक्खड़,ठीक है ,हम अगले स्टेशन पर हम चाय ले आएंगे ठीक है?

आरजू कहती है, काहेके भूक्खड,खाना थोड़ी ना मांग रहे है,चाय ही तो मांग रहे है।

शायरी थोड़ा नकली सा हसके, हां हा काहेका भुक्खड, आपतो चाय प्रिय है सोरी सोरी।

आरजू जोर से हस पड़ती है और कहती है ठीक है ठीक है हम ले आते है आप रहने दीजिए, हम भुक्खड तो आप आलसी।

शायरी थोड़ा मुंह बिगाड़ के,चलेगा चलेगा हम ही ले आते है।

नेक्स्ट स्टेशन में शायरी चाय लेने जाती है तो आरजू भी थोड़ा फ्रेश होने रेस्ट रूम चली जाती है।आरजू जब वापस आती है तो उनकी सीट पे करीब सोला सत्रह साल का लड़का बैठा था वो आरजू को अपनी तरफ पाता देख के बोलता है जी आंटी बोलिए!

आरजू कहती है, रुकिए रुकिए क्या बोला आपने?

वो लड़का कहता है,आप बोलिए ऐसा कहा।

आरजू कहती है,नही नही उससे पहले क्या बोला?

वो लड़का सोचते हुए फिर बोलता है सोरी सोरी वो दी वो आंटी वो दी एक्ट्यूली फिर उनकी सीट से खड़ा होता है धीरे से।

आरजू कहती है ओए आंटी किसको बोले आप,और हा एक तो हमारी सीट पर बैठते है और ऊपर से हमे ही आंटी कहते है फिर बादमें इतनी प्यार से बोलते भी है और फिर फिर

आरजू को इतना गुस्सा आता है की वो फिर फिर करते सहम उठती है और उसे एक जोर से थप्पड़ लगा देती है।

आधे घंटे के बाद रेलवे स्टेशन के थाने में,

शायरी धीरे से ऑफिसर के सामने बोल रही थी,सर आइंदा ऐसा नहीं होगा वो इन्हे गुस्सा कुछ ज्यादा आ गया ना इसलिए।

ऑफिसर बोले ठीक है ठीक है और फिर उस लड़के से कहते है अब कैसा है तुम्हारे गाल पर?

वो लड़का बोलता है सर कुछ नही हुआ है ये बस आंटी के हाथ से आई मीन दी के हाथ की कुछ ज्यादा लग गई इसलिए....

आरजू को अभी भी गुस्सा आ रहा था लेकिन वो गुस्से को कंट्रोल कर एकदम शांत खड़ी थी उसके जहन में आग दौड़ रही थी लेकिन बाहर से सब नॉर्मल दिख रहा था और ऊपर से उस लड़के ने फिर से आंटी बोला तो उसके तो अब लंका फटने वाली थी लेकिन वो बहते पानी की तरह शांत रही।

थाने का सब कुछ शांत होने पर जब वो लड़का और शायरी और आरजू बाहर निकलते है तो शायरी फिर से उस लड़के से सोरी कहती है और आरजू की तरफ देख कहती है चलो अब ठीक है?हमारी ट्रेन तो निकल गई अब आराम से चाय पीते है।

आरजू शांत बहते पानी की तरह शांत दिख रही थी वो उतने ही शांति से जवाब देती है ठीक है आप चाय लेके आइए हम यहां बैठे है वैसे भी वहा बहुत भीड़ है और हम इनसे माफी भी मांग ले थोड़ी।

शायरी कहती है ठीक है बैठिए हम चाय लेकर आते है और हा अब किसीको मारना मत,
आरजू बड़े प्यार से कहती है,किसीको नही।

शायरी जैसे ही जाति है की आरजू उस लड़के की कॉलर पकड़ कर कहती है क्या है जी अंकल,माफ कर दीजिए न,और हा थाने में जाने की बड़ी जल्दी है न,तब तो एक ही दी थी अब देखो और उस लड़के को और तीन चार चढ़ा देती है फिर एकदम शांति से जवाब देती है चलिए अब कोनसे थाने में जाना है?

वो लड़का बस अपना सिर ना में हिला देता है वो डर गया था।तब तक शायरी आती है फिर वो लड़के की
तरफ देख कर कहती है इसने इसने कुछ किया?

वो दोनो हस्ते हस्ते घर पहुंच जाती है।शायरी और आरजू दोनो साथ में नाश्ता करते है और काम में लग जाते है देखते ही देखते शाम हो जाती है शायरी और आरजू साथ बैठे थे खाना खा कर।

आरजू कहती है,ओय बिल्ली अब इन सबकी बातें शुरू हो जाएगी हम चलते है बाहर थोड़ा ठहल के आते है।

शायरी कहती है,ठीक है तो आप जाइए।

आरजू थोड़ा चीड़ के कहती है अरे हम दोनो चलते है।

शायरी मासूम सा मुंह बनाके कहती है,हम नही आ रहे यार हम इनके साथ गप्पे लगाते है आप चलिए न।

आरजू भी उतना ही मासूम सा फेस बनाके कहती है,चलिए न ठंडी ठंडी हवा में जॉगिंग कर लेते है न।

शायरी कहती है,लेकिन अरु हम थक गए है जाइए न।

आरजू कहती है,नही आप चल रहे हे,

शायरी कहती है,ठीक है हम थोड़ा बैठ के आते है,खाने के बाद तुरंत चलेंगे तो पेट में दर्द होगा।

आरजू कहती है,और एक नया बहाना, चलिए कोई नी हम जाते है आप शांति से पीछे पीछे आइए और अगर नही आए ना तो देख लीजिएगा।

शायरी कहती है हा जी हा आप जाइए अब।

आरजू बाहर टहलने निकलती है।

अक्टूबर का महीना चल रहा था।बारिश का मौसम था।बाहर बहुत ठंडी सी हवा मचल रही थी।खेत के बीच पक्की सड़क थी और स्ट्रीट लाइट लगा रखी थी,हालाकि गांव में लाइट की अच्छी खासी सुविधा नहीं होती लेकिन शायद इस गांव के सरपंच अच्छे है इसलिए लगी हुई है।हवा की लहरे शरीर को छू कर जा रही थी और दिल को ठंडक पहुंचा रही थी।खेतो में पाक जैसे झूम रहा था।आसपास कोई और नहीं था।सामने दूर गांव था और लाइट दिख रही थी और पीछे सबसे दूर एक घर या कह दे बंगलो था जो की आरजू लोगो का ही था लेकिन वो गांवसे थोड़ा दूर था बीच में खेत थे।

आरजू अपने आप में खोई हुई चल रही थी उसके होठों पे हल्की सी मुस्कान थी और वो सुबह हुए इंसिडेंस को याद कर रही थी।पता नही वे कोन अजनबी थे लेकिन उनकी आंखों की गहराई खूब उंडी थी।

लेकिन फिर आरजू को गुस्सा आ गया और वो सोचने लगी की क्या पागल इंसान थे कह रहे थे हमारी गलती है खुद तो बहुत बड़े जैसे अप मोबाइल में अपनी गलफ्रैंड के साथ गप्पे लड़ा रहे थे और हमे कह रहे थे की हम पत्थर गिन रहे है।और उनकी इस बात से हमे हमारी पानीपुरी खाने को भी नही मिली अब बस शायरी मानने वाले ही थे की आ गए बड़े जैसे........

आरजू आगे कुछ सोच पाए उससे पहले ही वो किसीसे टकरा जाति है,वो पहले ही बहुत गुस्से में थी और अब इस टक्कर से और गुस्से में आ गई,उसने ऊपर देखा तो वही सुबह वाले मिस्टर थे,उसने बोलना फिर से शुरू कर दिया,

यू मिस्टर टकरालु,आपको और कुछ नही आता क्या?? जहा देखो वहा बस टकरा जाते हो कभी फोन में गर्लफ्रेंड से बाते करते करते तो कभी तारे गिनते गिनते।नही मतलब टकराने के लिए भी सिर्फ हम ही बचे थे इस दुनिया में हा?

वो मिस्टर भी गुस्से में बोलते है ओय मिस टकरेल आप हे,आप हमसे टकराते है हम नही,और हा हमारी गर्लफ्रेंड से हम बात कर रहे थे ऐसा आप केसे कह सकते है?वो तो हम कोई से भी बात कर सकते है और हा पूरी दुनिया में सिर्फ आप एक ही रह जाए ना फिर भी हम आपसे न टकराए।ये तो गलती हो गई वरना हमे कोई सोख नही है।

आरजू भी बड़े जोश के साथ कहती है,मिस्टर टकरालु,हा तो कोई इतना खोया हुआ सिर्फ अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बात करते वक्त ही रहता है, और हा पूरी दुनिया में सिर्फ आप बचे हो तो हमे भी कोई सोख नही होगा, आपसे बात करने का या आपसे मिलने का,और बात आई गलती की तो गलती आपकी भी है की आप तारे गिन रहे थे।

आरजू बोल रही थी तब उसके सिर पर बंधे बालो में से कुछ बाल उसके कान से फिसल कर उसके चहेरे पर आ रहे थे ठंड की वजह से उसके गाल और नाक थोड़े लाल हो गए थे।वो अपने कमर पर एक हाथ रखे एक हाथ से अपने बालो की लटो को संभालती बोल रही थी। उसने नीचे नाइट ट्रेक और ऊपर एक रेड टीशर्ट पहनी हुई थी जिसमे लिखा था,

Love is most important,Be Happy with your love..

वो मिस्टर टकरालू कहते है,तारे?तारे तो आप गिन रहे है मिस टकरेल।जब वो मिस्टर कहते कहते आरजू की टीशर्ट पर लिखे स्टाइलिश वर्ड्स से लिखे इस सेंटेंस को पढ़ते है तो एक स्माइल आ जाती है जब आरजू देखती है तो बोलती है,

मिस्टर टकरालू,कहा ध्यान है??और हस क्यों रहे है?आप लड़के लोग को सिर्फ लड़की का फिगर ही देखने को चाहिए न?

उस मिस्टर को फिर से गुस्से में आ जाते है वो बोलते है,फिगर?आप ना सभी लडको को एक जैसा ही समझते हो है न?इस वजह से हमे और गुस्सा आता है सभी उन जैसे लडको की नजर में हमे देखते है और..

और आगे कुछ वो बोले उससे पहले ही उसके पीछे से कोई और एक लड़का आता है और वो कहता है, लव लव, आप शांत हो जाइए क्यू सभी जगह शुरू हो जाते हो?

आरजू के पीछे से भी शायरी आती है और वो आरजू को कहती है,क्या हुआ फिर से?सभी जगह शुरू हो जाइए आप मतलब की कही भी!

फिर शायरी सामने देखती है तो वही सुबह वाले लड़के को देख कर कहती है,अरे हेलो आप यहां?सोरी सुबह के लिए और अभी उन्होंने कुछ किया तो नही न आपको?

वो मिस्टर टक्करालू बोलते है,कुछ किया तो नही?ये पूछिए क्या कुछ नही कहा इन्होंने..

शायरी थोड़ा गुस्सा और शर्मिंदा होकर कहती है,रुकिए आप को कही लगी तो नही न?खून तो नही दिख रहा लेकिन कही लगी हो तो बताइए हम थाने में जाने के लिए तैयार है।

वो मिस्टर टक्करालू कहते है,अरे उन्होंने ऐसा कुछ नही कहा सिर्फ हमारी तारीफो का पुलाव बनाया है,

आरजू गुस्से में उनसे कहती है,हा हा आप तारीफ के काबिल ही है, क्या क्या किया है जो आपने,

मिस्टर टकरालू भी कहते है,हा हा वो तो आपको भी मिलनी ही चाहिए क्यों...

वो आगे बोले उससे पहले ही उनके साथ पीछे से आए हुए लड़के बोलते है, आप फिर से शुरू मत कीजिए चुप रहिए।

शायरी कहती है,हा सोरी हमारी तरफ से भी..फिर एक दो सेकंड के बाद बोलती है आप यहां केसे?मतलब हमने पहले यहां आपको नही देखा।वैसे हम यह ज्यादा नहीं रहते लेकिन फिर भी..

वो मिस्टर टकरालु का दोस्त था शायद, वो बोलता है,हा वो क्या है न हम यहां स्पेशियली हमारे दोस्त (और मिस्टर टकरालू की तरफ इशारा करके कहते है) इनके भाई के घर शादी की वजह से आए है और गावके सभी लोगो को इन्विटेशन दिया है तो आपको भी शायद मिला होगा।

शायरी हस्ते हस्ते बोलती है, हा हा क्यू नही मिला होगा हमारी दोस्त(और आरजू की तरफ इशारा कर कहती है)इनके दी की ही तो शादी है।

अब वो मिस्टर टकरालू के दोस्त बोलते है,अच्छा फिर तो हम रिश्तेदार हुए,इसी बात पर फ्रेंड्स?

शायरी भी आरजू की तरफ एक नजर देख फिर मिस्टर टकरालू के दोस्त की तरफ देख कहती है,ठीक है फ्रेंड्स।और आपका नाम?

वो मिस्टर टकरालू अपना हाथ सामने कर कहते है,हम ध्येय,ध्येय उपाध्याय, और आंखों से मिस्टर टकरालू की तरफ इशारा कर कहते है, ये है हमारे बेस्ट फ्रेंड लव, लव चावरा।

शायरी भी हाथ मिलाके कहती है,हम शायरी,शायरी मिश्रा, और यह है हमारे बेस्ट फ्रेंड आरजू, आरजू संचित।

आरजू और लव दोनो एक दूसरे की तरफ ना पसंद की नजरो से देख रहे थे।

🍁🍁🍁
क्रमश...

~आरजू