नासाज़ - 7 Srishtichouhan द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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नासाज़ - 7

अध्याय 7

मौत का फरिश्ता


मेलिस्सा की जुबानी


आज पूरा दो दिन बीत चुका है, मै अभी भी उस साइको गैंगस्टर की बंदूक की नोक पर उसके साथ जबरदस्ती अपनी जिंदगी एक पिज़्ज़ा शॉप में काट रही हूं, इस गैंगस्टर ने इस पिज़्ज़ा शॉप के मालिक को इतना धमकाया है कि जब इसके नाम का पोस्टर पूरे स्ट्रिट्स और अलग अलग न्यूज चैनलों में लगातार फ़्लैश हो रहा है, तो वो सहमा हुआ पिज़्ज़ा शॉप का मालिक हमे अपनी चौवालिस वोल्ट की बत्तीसी दिखाता हुआ, लगातार दो दिन से जंबो साइज पिज़्ज़ा के बॉक्सेस दे जाता है, मुझे लगता है अगर यह न्यू ईयर के टाइम ऐसे फ़्री के पिज़्ज़ा मेरे बिना नेम प्लेट वाले नाम से मशहूर मेरे रो हाउस में भेजते तो मै उस टाइम अपने आप को बहुत लक्की मानती, क्योंकि हम नॉर्मली बड़ा पिज़्ज़ा खाने के चक्कर में पिज़्ज़ा शॉप के दो दिन पुराने बासी पिज़्ज़ा के बॉक्सेस को आधे कीमत में लेकर अपना शौक पूरा करते थे, लेकिन इस साइको के रहने से मुझे आखिर असली जंबो पिज़्ज़ा का असली स्वाद पता चला , पुलिस की कर्फ्यू बाहर लग चुकी थी और हम पिज़्ज़ा शॉप में उस वक़्त आकर फस गए जब हमारे स्कूटर सॉरी सिर्फ मेरा स्कूटर का फ्यूल ख़तम हो गया था, वो भी सिर्फ उस साइको गैंगस्टर के वजह से, हा पर वो कमीने पन की हद पार भले ही कर चुका था लेकिन उसने कभी भी मुझे गलत तरीको से और गलत नज़रों से नहीं देखा, उसके लिए सिर्फ मै उसके बाहर निकलने का एक जरिया थी, उसकी सुरक्षा की एकमात्र चाबी थी मै, मै एक तितली की तरह थी जो उसकी हाथ में दबी तो थी पर मेरे रंग उसके हाथों में छूटने बाकी थे,


मुझे कल की रात अच्छे से याद है जब मै और वो साइको हमारी बची खुची फ्यूल के साथ जैसे तैसे एक हाईवे रोड पर आ पहुंचे थे, और उसने मेरी ख़तम हो चुकी फ्यूल वाली स्कूटर को उस झाड़ियों के पीछे छुपा दिया जो हाईवे के पास जंगली तरीके से उग आए थे, लेकिन मै अपनी स्कूटर को ऐसे लावारिस तरीके से नहीं छोड़ सकती थी, आखिर ये हल्की रंग छोड़ चुकी, तांबे के कलर वाली स्कूटर मेरी मा की एक आखिरी निशानी थी, जिसको आज बीस साल हो चुके थे हमारे परिवार का हिस्सा होते हुए, और उस समय भी मेरी एक बहस हो चुकी थी उस साइको से,


" तुम..तुम मेरी डीवा को ऐसे लावारिस चीज़ के जैसे किसी भी झाड़ियों में नहीं छुपा सकते! समझे!" मैंने उसके बोरियत से भरे भूरे आंखों में अपने गुस्से की झलक पैदा करते हुए कहा,


" क्या कहा, डीवा! तुम एक बेवकूफ़ और कम दिमाग वाली लड़की हो यह मै जानता था, पर तुम इतनी ज्यादा बेवकूफ़ और बचपने से भरी हो, यह मुझे नहीं पता था, मुझे आज तक किसी ने नहीं बताया कि मुझे क्या करना है, और अगर तुम्हारे जगह कोई लड़का होता तो कबका अपनी जान खो बैठता , इसलिए अपनी गोबर सी शक्ल हटाओ और मुझे मत बताओ कि क्या करना है, वरना अगली बार मै तुम्हारे बालों को खिचते हुए तुम्हारी इस खटारा स्कूटर के साथ तुम्हे भी झाड़ियों के पीछे बांध दूंगा, " उसने अपनी चिड़चिड़ी आवाज़ में मुझे धमकाया,


" तुम एक लड़की के ऊपर हाथ उठाओगे!" मैंने उससे आंखे मिलाते हुए पूछा , इसपर उसकी आंखें थोड़ा झुकी और उसने अपना मुंह फेर लिया, मैंने उसे मेरी ओर पलटने की कोशिश की,


" तुम मेरी और देखते क्यों नहीं, अब जवाब दो! मुझे बताओ ?" मैंने उसे फिर से झकझोरते हुए कहा , इसपर उसकी नसे नीली होकर उसके हाथो के बाहर निकल आईं थी, वो इस बात से तिलमिला उठा था,


" मै बहुत ज्यादा कमीना हो सकता हूं, मै जालिम और निर्दय भी हो सकता हूं, पर मै किसी लड़की पर हाथ नहीं उठाता लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वो मेरे सब्र की परीक्षा ले, इंतेहा तो इंतज़ार की भी होती है, और मै तो एक क्रूर कसाई हूं, मुझे सब्र कहां, मेरे अंदर के शैतान को जगाओ मत, वरना मै खुद नहीं जानता कि मै क्या कर जाऊंगा, इसलिए चुप रहो और यहां से किसी सेफ जगह जाने के बारे में सोचो, " उसने अपनी उन्हीं गम्भीर आंखों से मुझे देखा और एक अजीब सी चुप्पी के साथ ख़ामोश हो गया,


और इसके बाद मैंने उससे फिर एक बार तकरार करने की कोशिश नहीं की, मेरी डीवा झाड़ियों के पीछे छुपा दी गई थी, और उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे जबरदस्ती दो किलमीटर चलाया और फिर मेरे पेट से आने वाली गुड़गुड़ की आवाज़ ने उसका ध्यान मेरी ओर खींचा, मुझे बेहद शरम आ रही थी, मेरी पेट की भूखी आवाज़ ने मुझे उसके सामने शर्मिंदा कर दिया था, अब वो जोर से हस पड़ा,


" तुम… ऐसे बंदरों के जैसे हस क्यों रहे हो, तुम्हारा पेट आवाज़ नहीं करता क्या?" मैंने आधी शर्म और आधे गुस्से से यह कहा,


" हाहा, तुम्हारा पेट नहीं तुम्हारा भूख तुम्हे आवाज़ दे रहा है, यहां पास में एक पिज़्ज़ा शॉप है, यहां मै अक्सर…. कुछ नहीं बस यहां पिज़्ज़ा मिलते है , और मुझे लगता है वो हमारे छुपने का एक बेहतरीन जगह भी बन सकता है ! तो चलो जल्दी चलो, वरना यही पर अपनी खटारा स्कूटर के साथ भूखी मरो!" उसकी आवाज़ में हमेशा की तरह एक वार्निंग थी, लगता है वो बोलता कम है पर वार्निंग ज्यादा देता है, घमंडी राक्षस कहीं का,


" नहीं मै तुम्हारे साथ ही चलूंगी !" और फिर हम दो किलोमीटर तक चलते ही गए, वह अपना मुंह छिपाता फिर रहा था, अगर हवाओ की भी जरा सी आवाज़ होती तो वो उसमे भी अपनी गन निकाल लिया करता था, सूखे पत्तों की कड़ कड़ से भी वह भौखला उठता था,


" कमबखत पत्ते, " उसने गाली दबाली , और मेरी ओर ऐसे देखा कि मै उसके गाली देने पर भी कहीं उसे कोई भाषण ना सुनाने लग जाऊ, लेकिन ऐसा नहीं था, क्योंकि गुस्से में मै भी गालियां दे जाती हूं, और जब उसने यह पाया कि मै गाली देने पर भी शांत हू उसने कुछ बोलने के लिए अपना मुंह खोला पर कुछ सोच कर फिर अपना मुंह बंद कर दिया, और मैंने भी बात को ज्यादा तूल ना दी,


हम चलते और लड़ते हुए आखिर इस पिज़्ज़ा शॉप में आ पहुंचे, पिज़्ज़ा शॉप के मालिक का उस गैंगस्टर को देखते ही रंग बदल गया, माथे पर पसीने फुट पड़े, उस वक़्त रात के ग्यारह बज रहे थे, वो अपनी शॉप बंद करने ही वाला था, उसके दुकान की शटर आधे में ही खुली रह गई, लगता था कि यह गैंगस्टर और वो शॉप ऑनर पहले से ही एक दूसरे से वाकिफ थे, उन दोनों का पहले से ही कुछ कनेक्शन था, वो शॉप का मालिक एक भारी शरीर वाला मांसल व्यक्ति था, जिसने अपने सिर के ऊपर पिज़्ज़ा किंग के नाम वाली संतरी कैप पहन रखी थी, और उसकी हल्की स्काई ब्लू कलर की

टीशर्ट में उसके पूरे दिन की पसीने कि बूंदे छलक रही थी, और उसकी परेशानी तब और बढ़ गई जब उसने मुझे भी साथ में देख लिया,


" हेल्लो! पापलोंज ….इस बार कितने दिन रुकने का प्लान है?" उस मोटे आदमी ने अपने नकली हसमुख चेहरे को निखारते हुए पूछा,


" सिर्फ दो दिन, टंब्लर ! " वो गैंगस्टर बोला, अब उसके चेहरे में फिर से एक भावशून्य छवि आ गई, वो मोटा आदमी जिसका नाम मुझे अभी अभी ही पता चला था ने अपने आजू बाजू नज़रें दौड़ाई और फिर मुझे देखा, और फिर अपनी नाकाम हसी हसने की कोशिश करते हुए बोला,


" गर्लफ्रेंड?" और इस पर भी वो जबरदस्ती की हसी हसने जाने ही वाला था, गर्लफ्रेंड? किस एंगल से किस ओर से मै , मै मेलिस्सा मडगन उर्फ एम्मा रेडक्लिफ इस साइको भगौड़े गैंगस्टर की गर्लफ्रेंड लगती हूं, लगता है इस मोटे का अकाल भी मोटा है, पागल आदमी, मै अपने बचाव में कुछ बोल पाती कि इससे पहले वो साइको बोलने के लिए कूद पड़ा


" यह मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है, " उसकी फिर से तेज लेकिन शांत आवाज़ आई,


" तो ये लड़की है कौन!" मोटे पेट वाले टंब्लर ने फिर से वही राग छेड़ी, ओह हो , मेरा मन अभी यह कर रहा है कि मै इसके मोटे से पेट पर एक अच्छी खासी लात जमाऊ पर हम इसी के दीए गए छत में आसरा लेने वाले है, बार बार से मेरे बारे में ही पूछ रहा है,


" यह वो...बस!" वो साइको गैंगस्टर पहले टंब्लर को देखता फिर मुझे देखता और मुझे अभी उसकी अधूरी बातों से चिढ़ मच गई थी,


" टंबलर! राइट? " मैंने बीच में दखल देते हुए उस मोटे टंब्लर से कहा,इसपर उसकी छोटी छोटी बीटल जैसी आंखों में एक चमक आ गई! कमबखत कमीना ,


" हा टंब्लर , टंब्लर टिटलेगी नाम है मेरा और आपका शुभ नाम ?" अपनी टेढ़ी मेढ़ी दांतों को 360 डिग्री घूमाने के बाद उसने मेरी तरफ हाथ बढ़ाया, मैंने उसकी बातों को नजरंदाज करते हुए उससे कहा


" सॉरी मै स्ट्रेंजर को अपना नाम नहीं बताती , ख़ैर छोड़िए इन बातों को तो मिस्टर टंब्लर, आपकी क्या यह जैनेटिक आदत है दूसरों के बारे में ऐसे मना करने के बावजूद भी जबरदस्ती पूछना या फिर आपको यह आदत सिर्फ मुझे देख कर ही लगी है? एंड बाय द वे, मै ना ही किसी की गर्लफ्रेंड हूं , और ना ही मै कभी किसी की गर्लफ्रेंड बनना चाहती हूं तो आप अपना यह दोस्ती का हाथ भी पीछे हटा लीजिए और कृपया करके हमें छुपने की जगह दे दीजिए , इसके बदले मै आपको ऑनलाइन मनी ट्रांसफर कर दूंगी आपके दो दिन के रेंट का!" मैंने कुछ गम्भीर होकर कहा, टंब्लर थोड़ा खुश हुआ लेकिन शायद यहां भी वो साइको उसे आंखों से धमका रहा था,


" तो फिर ठीक है, टंब्लर अगर तुम हमारे रुकने का रेंट ले ही रहे हो तो तुम्हारी वो दंबिड्स रूट की डिलीवरी हमारे आदमी नहीं करेंगे ? तुम्हे यह मंजूर है या फिर तुम्हे सिर्फ कुछ हजार के लिए गिरना मंजूर है!" वो साइको गैंगस्टर उसे पक्के तौर पे धमका गया, शायद यह साइको उस टंब्लर का ट्रांसपोर्टिंग एजेंट भी था,


" क्यूं इस गरीब के पेट में लात मार रहे हो तुम पापलोज , हेहे! तुम दोनों मेरे मेहमान हो और भला मेहमानों से भी कोई रुकने के पैसे लेता है, अरे इसे अपना ही घर समझो और एक और खुशी कि बात तुम दोनों को दो दिन तक फ़्री में जंबो पिज़्ज़ा और कोक और व्हाइट पास्ता विथ मेक्सिकन फ्राइज बिल्कुल ही फ़्री, मेरा यकीन करो तुम्हे कोई भी यहां पर ढूंढ़ नहीं पाएगा, लेकिन हा तुम दोनों को भी अपनी अपनी सुरक्षा देखनी होगी क्योंकि यह एरिया भी हाई अलर्ट पर है, " अब की बार टंब्लर के बातों में कुछ थोड़ी बहुत समझ दारी थी पर फिर भी मै उसे रेंट के पैसे देना चाहती थी, लेकिन यह साइको के रहते मै इसे पैसे नहीं दे पाऊंगी पर कोई बात नहीं मै टंब्लर को उसके पैसे चुपके से दे जाऊंगी,


" हम्म! यह बात तुमने सही कहीं, क्यूंकि एक पक्का व्यपारी कभी भी छोटी मछलियों के चक्कर में बड़ी मछलियों को नहीं भूल जाता, सुनो वो हाईवे के पास वाली झाड़ियों में एक स्कूटर छुपा रखी है, उसको रिफिल करवा देना और मुझे वो दो दिन बाद चाहिए क्योंकि यहां तब तक कर्फ्यू हट जाने वाला है !" उस साइको ने फिर मेरी तरफ देखा, अब मेरे गले में मेरी थूक गटक गई, यह साइको आदमी मेरी ओर ऐसे क्यों देख रहा है, क्या यह आगे भी मुझे अपने फसाद में घसीटने वाला है, हेः भगवान मेरी मदद करो इस साइको आदमी से ,


" तुम क्या मुझे आगे भी अपने साथ घसीटने वाले हो!" मैंने धीरे से दांतों को किटकिटा कर उसके कानो में कहा,


" यह बात तो मै तुम्हे अभी नहीं बता सकता, पर यह हथकड़ी वाला साथ बहुत लंबा चलने वाला है, सिर्फ मतलब ख़तम होने तक!" उस साइको ने एक आखिरी बम फोड़ दिया, आखिर इसके इरादे मुझे हर बार और भी ज्यादा खतरनाक क्यों लगते है?? मुझे यह बात समझ नहीं आती लेकिन मै यह जरूर कह सकती हूं, कि यह मुझसे कुछ और काम निकल वाना चाहता है, लेकिन यह जबरदस्ती की फांस वाली साथ मुझे एक अजीब सी बैचैनी दे जाती है, कभी डर लगता है और कभी मुझे लगता है कि क्या मै एक गलत वक़्त में फस गई हूं, लेकिन फिर लगता है कि अगर मेरी ज़िन्दगी की शुरुआत ही एक गलती से हुई है तो फिर मेरे जिंदगी में यह गलत और सही कुछ मायने ही भी रखता बस मुझे इस जंजाल से निकलना है और बस अपने नॉर्मल जिंदगी में वापस लौट जाना है