Desi ghee ka khali kanastar book and story is written by Ved Prakash Tyagi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Desi ghee ka khali kanastar is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. देसी घी का खाली कनस्तर Ved Prakash Tyagi द्वारा हिंदी लघुकथा 33 1k Downloads 9.6k Views Writen by Ved Prakash Tyagi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण गाँव की एक अनपढ़ बुढ़िया ने एक दुकानदार को ऐसा उल्लू बनाया जो उसको ज़िंदगी भर के लिए याद रहेगा कि उसका पाला भी किसी सवा सेर से पड़ा था। अभी तक तो अपने से ज्यादा होशियार किसी को नहीं समझता था। More Likes This बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा No Antry Mohabbat ya Dhokha - 1 द्वारा aruhi टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana तलाक - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी