इस कहानी में निया नाम की एक लड़की की जिंदगी का सफर है, जो अपनी शादी के दिन अपने विचार साझा कर रही है। वह अपने माता-पिता के चयनित विवाह के बारे में सोचती है, जबकि वह पहले प्यार में विश्वास करती थी। चार साल पहले, उसके पिता का तबादला कोलकाता से झारखंड के एक गांव पाकुड़ में हुआ, जो उसकी मां की इच्छा थी। निया ने अपने नए गांव में ईशानी नाम की एक सहेली बनाई, जो उसकी क्लासमेट थी। वे दोनों कॉलेज में साथ पढ़ने लगीं और अच्छे दोस्त बन गए। निया अपने लिए एक साथी की तलाश में थी, लेकिन उसे ऐसा कोई लड़का नहीं मिला जो उसे आकर्षित कर सके। ईशानी ने फेसबुक पर एक लड़के, राज, के साथ दोस्ती कर ली थी, लेकिन निया ने कभी राज को नहीं देखा। कहानी निया के दिल के संघर्ष और उसकी चाहत को दर्शाती है कि वह प्यार की तलाश में है, लेकिन उसे अपने नसीब के अनुसार आगे बढ़ना पड़ रहा है। मैं ही पागल थीं Divana Raj bharti द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 22 2.7k Downloads 10.6k Views Writen by Divana Raj bharti Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण निया एक शहर से अपनी नानी के गाँव रहने आती है, निया जब अपनी सहेली को प्रेमी से बात करते देखती है तो निया का भी मन होता है कि उसका भी कोई प्रेमी हो। लेकिन निया को उसके पसंद का लड़का मिलता ही नहीं एक दिन ईशानी के पार्टी मे एक लड़के से उसकी मुलाकात होती है फिर More Likes This Ishq-Nafrat-Ishq - 1 द्वारा shivani बेवजह की प्यास - भाग 1 द्वारा Agent Romeo सुहागरात वेबसीरीज - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi रानी कुंद्रा - 1 द्वारा Vishal Varshney Game of Love - 1 द्वारा PD प्रेम कहानियां.... द्वारा Manshi K चाहत द्वारा Bindu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी