पूर्णा ने मंदिर जाने की कसम खाई और घर में ही रहने लगी, जिससे उसका समय काटना मुश्किल हो गया। वह पढ़ी-लिखी थी, लेकिन किताबों में दिलचस्पी नहीं थी। धीरे-धीरे, वह बाबू अमृतराय के प्रति आकर्षित होने लगी, जो पहले उसे दया के लिए आते थे। उसने उनके आने का इंतजार करना शुरू कर दिया और उनके साथ बिताए समय को आनंददायक समझने लगी। जब अमृतराय आते, तो पूर्णा का चेहरा खिल उठता और वह उनके लिए अपना घर सजाने में जुट जाती। वह उनकी खुशी के लिए हमेशा प्रयासरत रहती, जबकि अमृतराय भी उसकी भावनाओं को समझते थे। समय बीतने के साथ, पूर्णा को यह एहसास होने लगा कि वह अमृतराय से प्रेम करने लगी है। हालांकि, वह इस प्रेम के बारे में चिंतित थी और सोचने लगी कि क्या उसका दिल इस प्रेम में सही है या नहीं। अंत में, वह अपने मन में उठते सवालों और भावनाओं का सामना करने लगी। प्रेमा - 7 Munshi Premchand द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 8.3k 4.7k Downloads 13.7k Views Writen by Munshi Premchand Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण प्रेमा प्रेमचंद का पहला उपन्यास था जो १९०७ में हिन्दी में प्रकाशित हुआ था। अध्याय 7 विषयसार - आज से कभी मंदिर न जाउंगी Novels प्रेमा संध्या का समय हैए डूबने वाले सूर्य की सुनहरी किरणें रंगीन शीशो की आड़ सेए एक अंग्रेजी ढ़ंग पर सजे हुए कमरे में झॉँक रही हैं जिससे सारा कमरा रंगीन हो रहा... More Likes This Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी