कहानी "आइना सच नहीं बोलता" में नंदिनी की प्रसव पीड़ा और उसके शिशु के जन्म के बाद की भावनाओं का वर्णन किया गया है। प्रकृति ने महिलाओं को मातृत्व का विशेष आशीर्वाद दिया है, जिससे न केवल शिशु का जन्म होता है, बल्कि मां का भी एक नया जीवन प्रारंभ होता है। नंदिनी अपने पति दीपक के प्रति अपनी भावनाएं साझा करती है, जिसमें वह उसकी अनुपस्थिति को लेकर चिंतित है। उसने सोचा था कि दीपक उसके बेटे के जन्म की खबर सुनकर खुश होकर आएगा, लेकिन वह नहीं आया। नंदिनी हर आहट पर दीपक की उम्मीद करती है और उसके बेटे के जन्म को उनके रिश्ते की नई शुरुआत मानती है। दीपक की अनुपस्थिति नंदिनी के लिए एक दर्दनाक अनुभव बन जाती है, और उसके परिवार के सदस्य भी उसकी मायूसी को महसूस करते हैं। नंदिनी की सास अमिता दीपक के ऑफिस के काम में व्यस्त होने की बात कहती हैं, लेकिन नंदिनी को लगता है कि वे सच नहीं बोल रही हैं। कहानी में नंदिनी की आंतरिक उथल-पुथल और मातृत्व की भावना को बहुत अच्छे से दर्शाया गया है, जिसमें एक मां की उम्मीदें, दुःख और प्रेम का मिश्रण है। आइना सच नही बोलता - 17 Neelima Sharma द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 19.4k 3k Downloads 10.3k Views Writen by Neelima Sharma Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण प्रकृति ने केवल स्त्री को ही इस आशीष से नवाज़ा है कि वह एक नए जीवन की जीवनदायिनी होती है, माँ होती है! प्रसव पीड़ा से उबर कर स्त्री एक नया जन्म पाती है! न केवल शिशु अपितु माँ का भी एक नया जन्म होता है! एक स्त्री प्रसव पीड़ा से गुज़रकर सबसे पहले अपने शिशु का मुख देखती है, फिर किसे अपने समीप देखना चाहती है दुनिया भर की भीड़ में किसका चेहरा देखना चाहती है किसकी आँखों में ख़ुशी के आंसू और चमक एक साथ देखना चाहती है किसके चेहरे पर गर्व, स्नेह और चिंता के मिले-जुले भाव पढ़ना चाहती है अपने माथे पर किसका स्पर्श पाना चाहती है जो उसे छूकर धीमे से उसके चेहरे के करीब आकर पूछे, तुम ठीक तो हो न इन सभी प्रश्नों का जवाब एक ही है! वह पुरुष जिसे अपना सर्वस्व सौंपकर उसने मातृत्व पाया है! वही जो उसकी देह और मन दोनों का स्वामी है! जिसने उसके मन को जीतकर देह पर अधिकार पाया है! Novels आइना सच नहीं बोलता “रिश्ते सीमेंट और ईंटों की मज़बूत दीवारों में क़ैद हो कर नहीं पनपते... उन्हें जीने के लिये खुली बाहों का आकाश चाहिये। क्या विवाह हो जाना ही एक स्त्री... More Likes This उजाले की राह द्वारा Mayank Bhatnagar Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी