कहानी "क्रान्ति" एक उन्नीस वर्षीय लड़की की है जो दिल्ली की एक स्लम बस्ती में वंचित वर्ग के लोगों के बीच रहती है। वह अपने समुदाय के अधिकारों और संस्कृति की पुनःस्थापना के लिए संघर्ष कर रही है। क्रान्ति का मानना है कि वंचित वर्ग को अपनी मानवता और धर्म-संस्कृति के प्रति जागरूक होना चाहिए, जो सदियों से पीड़ित रहा है। वह त्योहारों को वंचित वर्ग के लिए महत्वपूर्ण बनाना चाहती है और समाज में समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे के मूल्यों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर देती है। कहानी में एक साप्ताहिक गोष्ठी का भी उल्लेख है जिसमें विभिन्न पेशेवर लोग शामिल होते हैं, जो दलित समुदाय की शिक्षा में सुधार लाने का प्रयास कर रहे हैं। क्रान्ति, जो कि एक तेज-तर्रार और प्रभावशाली वक्ता है, इस समूह का हिस्सा बनती है और अपने समुदाय की जागरूकता बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभा रही है। उसकी आकांक्षा है कि वह अपने समुदाय के लोगों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करे और उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाए। क्रांति Raj Valmiki द्वारा हिंदी लघुकथा 1.1k Downloads 6.1k Views Writen by Raj Valmiki Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण This is a story about a youth girl. She does struggle against the patriarchy and caste system. More Likes This चिंगारी: जो बुझी नहीं - 1 द्वारा Sumit Sharma पुर्णिमा - भाग 1 द्वारा Soni shakya CM: The untold story - 2 द्वारा Ashvin acharya चालाक कौवा द्वारा falguni doshi My Shayari Book - 1 द्वारा Roshan baiplawat रंगीन कहानी - भाग 1 द्वारा Gadriya Boy तीन लघुकथाएं द्वारा Sandeep Tomar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी