यह कहानी सुभाष नीरव के जीवन की घटनाओं पर आधारित है, जिसमें उनकी यादें और अनुभव साझा किए गए हैं। पहले खंड में, लेखक 1965 में पाकिस्तान के भारत पर हमले के दौरान के माहौल का वर्णन करते हैं। उस समय वह बच्चे थे और एक रात खेलने के दौरान मुन्नी नाम की लड़की को चूमने का उनका पहला अनुभव होता है। यह घटना एक चाँदनी रात में होती है, जब वे दोनों छिपे हुए थे और अचानक सायरन बजने लगता है, जिससे उन्हें तुरंत बचाव में कूदना पड़ता है। दूसरे खंड में, लेखक 1970 की होली का उल्लेख करते हैं, जब वह जवानी की दहलीज पर थे। मुरादनगर के सरकारी क्वार्टरों के मोहल्ले में रहने वाले विभिन्न जातियों के लोग और उनके जीवन का चित्रण किया गया है। यह अनुभाग जीवन के सादगी और बंधुत्व को दर्शाता है, जो आज के समय में अनुभव नहीं होता। कहानी में व्यक्तिगत अनुभव और समाज की बदलती परिस्थितियों का एक दिलचस्प मिश्रण है, जो पाठक को लेखक के जीवन के विभिन्न पहलुओं से जुड़ने का मौका देता है। मेरा जीवन वाया टुकड़ा-टुकड़ा स्मृतियाँ -3 Subhash Neerav द्वारा हिंदी जीवनी 7.7k 2.8k Downloads 8.1k Views Writen by Subhash Neerav Category जीवनी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज 62 वर्ष की आयु में जीवन से जुड़े अतीत में झांकने के लिए मुझे स्मृतियों की खिड़की खोलनी पड़ती है। कोई सहजता से खुल जाती है, पर कोई नहीं खुलती, बहुत ज़ोर लगाना पड़ता है। बचपन, किशोरावस्था, जवानी और उसके बाद के गृहस्थ जीवन से जुड़े अनेक किस्से खिड़की खुलने पर जैसे ताज़ा हो उठते हैं। ये खट्टे-मीठे, भूले-बिसरे किस्से गुदगुदाते भी हैं, रोमांचित भी करते हैं, संवेदित भी करते हैं, दुख और अवसाद में भी ले जाते हैं, पर जीवन के संघर्ष का पाठ भी पढ़ाते हैं। ऐसे किस्से हर किसी के जीवने में होते हैं, आपके भी होंगे… Novels मेरा जीवन वाया टुकड़ा-टुकड़ा स्मृतियाँ आज 62 वर्ष की आयु में जीवन से जुड़े अतीत में झांकने के लिए मुझे स्मृतियों की खिड़की खोलनी पड़ती है। कोई सहजता से खुल जाती है, पर कोई नहीं खुलती, बहुत ज़ोर... More Likes This यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (2) द्वारा Ramesh Desai नकल से कहीं क्रान्ति नहीं हुई - 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh अवसान विहीन अरुणेश द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी प्रेमानंद जी : राधा-कृष्ण लीला के रसिक साधक - 1 द्वारा mood Writer जगमोहन शर्मा (अविस्मरणीय) द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी Narendra Modi Biography - 1 द्वारा mood Writer मीरा बाई : कृष्ण भक्ति की अमर साधिका - 1 द्वारा mood Writer अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी