दार्जीलिंग में हमारे दूसरे दिन की शुरुआत सुबह सात बजे हुई। पहले दिन की तरह, हमने दार्जीलिंग चाय का आनंद लिया और महाकाल मंदिर के दर्शन किए। ड्राईवर को सुबह नौ बजे बुलाने के बावजूद, वह देर से आया, जिससे हमारा समय बर्बाद हुआ। अंततः, ड्राईवर संजोक ने हमें पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क ले जाने का सुझाव दिया। चिड़ियाघर का टिकट चालीस रुपये प्रति व्यक्ति का था, जिसमें हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टिट्यूट और संग्रहालय भी शामिल थे। चिड़ियाघर में हमने कई जानवर देखे, जैसे भालू, तेंदुआ, याक, और बाघ। पर्यटक भालू के साथ सेल्फी लेने के लिए उत्सुक थे, जबकि भालू धूप का आनंद ले रहा था। इस तरह, हमारा दिन चिड़ियाघर में बिताने का मजेदार अनुभव रहा। दार्जीलिंग: पहाडों की रानी Rajesh Kamal द्वारा हिंदी यात्रा विशेष 3.3k 2.7k Downloads 13.7k Views Writen by Rajesh Kamal Category यात्रा विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण This is the second part of the book Darjeeling: The queen of hills and covers the city tour of Darjeeling including the Zoo, Mountaineering Institute and Rope way and tea-garden. More Likes This अकेली दुनिया - 1 द्वारा prashant raghav कांचा - भाग 2 द्वारा Raj Phulware अंतरा - भाग 1 द्वारा Raj Phulware संस्कृति का पथिक - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik सत्रह बरस की तन्हा कहानी - 1 द्वारा yafshu love कलकत्ता यात्रा (प्रथम संस्मरण ) द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी वक़्त की क़ैद: ऐत-बेनहद्दू की दीवारों में जो दबा है - 1 द्वारा Tiths Empire अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी