"कल्याण का अंत" कहानी में, एक प्राचीन तालाब, कल्याण, अचानक सूख जाता है, जिससे पूरे समुदाय में हड़कंप मच जाता है। इस तालाब का जल स्तर लगातार घटने से बुजुर्ग हैरान होते हैं, क्योंकि उन्होंने ऐसा कभी नहीं देखा। कोचाई मंडल नामक व्यक्ति के जीवन पर इस सूखने का गहरा असर पड़ता है, क्योंकि यह तालाब उसकी जीवन-रेखा था। कोचाई का परिवार, विशेष रूप से उसका बड़ा बेटा निमाई, तालाब के सूखने को एक अवसर के रूप में देखता है। निमाई और उसकी मां राधामुनी, दोनों तालाब के पारंपरिक व्यवसाय से नफरत करते हैं और चाहते हैं कि वे इस भूखंड का व्यावसायिक उपयोग करें। राधामुनी का मानना है कि कोचाई ने पानी के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया था, और वह नहीं चाहती कि उसके बच्चे भी उसी रास्ते पर चलें। कहानी इस संघर्ष के इर्द-गिर्द घूमती है कि कैसे एक पारंपरिक जीवनशैली, जो पानी पर निर्भर थी, अब बदलने की जरूरत है और कैसे परिवार के सदस्य इस परिवर्तन को स्वीकार करते हैं। कल्याण का अंत Jaynandan द्वारा हिंदी लघुकथा 1.2k 2.1k Downloads 10.1k Views Writen by Jaynandan Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Kalyan Ka Ant - Jay Nanda More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी