Patan bodh book and story is written by Dhirendra Asthana in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Patan bodh is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. Patan bodh dhirendraasthana द्वारा हिंदी लघुकथा 3 1.1k Downloads 6.1k Views Writen by dhirendraasthana Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कहानी पतन बोध धीरेन्द्र अस्थाना छिपकली एकदम निष्प्राण—सी थी। पर उसकी आंखें एकदम चौकन्नी थीं और पूरा शरीर एक सतर्क तनाव में ऐंठा—ऐंठा सा था, मानो इसी मुद्रा में अचानक उसकी हृदय—गति रुक गयी हो। फिर वह बिजली की—सी गति से झपटी और दूसरे ही क्षण पतंगा उसके मुंह के भीतर था। यह है जीवन? वह हंसा और गंभीर हो गया। तभी ट्यूब—लाइट की ओर उठी उसकी नजर फिसली और वह सामने देखने लगा, जहां दरवाजे पर पड़े परदे के पीछे अभी—अभी कोई छुपा था। कौन? वह बिस्तर पर पड़े—पड़े उठंगा हो गया। उधर से कोई आवाज न आने पर More Likes This My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा LOTUS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी