इस पत्र में भारत मल्होत्रा ने आज के युवाओं में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि यह समस्या सामाजिक दबाव और व्यक्तिगत कारणों के चलते बढ़ रही है। वे मानते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन और पर्यावरणीय समस्याएं मानवता को सामूहिक आत्मघात की ओर ले जा रही हैं। पत्र में बताया गया है कि बच्चों पर पढ़ाई, करियर और सामाजिक अपेक्षाओं का दबाव बढ़ रहा है, जिससे उनका बचपन और मासूमियत खो रही है। माता-पिता अक्सर अपने बच्चों से उच्च उम्मीदें रखते हैं, बिना यह समझे कि उनके बच्चे की रुचियां क्या हैं। इसके अलावा, बच्चों को मिलने वाली अत्यधिक स्वतंत्रता भी समस्या का एक कारण है। मल्होत्रा ने यह भी कहा कि समाज को इस समस्या पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, क्योंकि यह हर किसी की समस्या है और इसका समाधान निकालना आवश्यक है। एक मित्र का समाज को पत्र Bharat Malhotra द्वारा हिंदी पत्र 1.6k 2.4k Downloads 8.1k Views Writen by Bharat Malhotra Category पत्र पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Selected in Matrubharti letter writing competition. More Likes This सत्य मीमांसा - 1 द्वारा Rudra S. Sharma टीपू सुल्तान नायक या खलनायक ? - 11 द्वारा Ayesha Letter From Me - 2 द्वारा Rudra S. Sharma रिश्ता चिट्ठी का - 1 द्वारा Preeti रिश्ता चिट्ठी का द्वारा Preeti I Hate You I Love You - 13 द्वारा Swati Grover एक चिट्ठी प्यार भरी - 1 द्वारा Shwet Kumar Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी