बालक दीनदयाल और साँप की कहानी एक गाँव के बच्चों की है जो स्कूल जाने के लिए पैदल या ट्रैक्टर ट्रॉली का सहारा लेते हैं। एक दिन, जब दीनदयाल और अन्य बच्चे ट्रॉली में बैठकर स्कूल जा रहे थे, एक साँप अचानक ट्रॉली में आ जाता है और एक बच्ची के सामने फन उठाकर खड़ा हो जाता है। बच्ची डर से हिल नहीं पाती और सभी बच्चे भागने लगते हैं। दीनदयाल, जो स्थिति को समझता है, बच्ची को बचाने की योजना बनाने लगता है। ट्रैक्टर के चालक और अन्य लोग भी बच्ची को बचाने के उपाय सोचते हैं, लेकिन सभी उपाय खतरनाक लगते हैं। अंत में, दीनदयाल अपनी बहादुरी दिखाते हुए साँप के पीछे जाकर उसे पकड़ लेता है और बच्ची को वहाँ से भागने का कहता है। बच्ची सुरक्षित ट्रॉली से कूद जाती है, जबकि दीनदयाल साँप को मजबूती से पकड़कर उसे नियंत्रित करता है। यह कहानी साहस, बुद्धिमानी और दोस्ती का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करती है, जिसमें दीनदयाल ने अपनी चतुराई और बहादुरी से बच्ची की जान बचाई। balak deen dayal aur saanp Ved Prakash Tyagi द्वारा हिंदी लघुकथा 19k 1.7k Downloads 6.9k Views Writen by Ved Prakash Tyagi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण how panditji saved a girl from a snake More Likes This Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 1 द्वारा Bikash parajuli Trupti - 1 द्वारा sach tar वाह ! बेटा वाह ! - भाग 1 द्वारा H.k Bhardwaj 2050 – भविष्य की कहानी द्वारा Bikash parajuli महाराणा सांगा - भाग 11 द्वारा Praveen Kumrawat मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानी - 1 द्वारा Dr. Gyanendra Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी