Duriya book and story is written by Bhagwati Prasad Dwivedi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Duriya is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दुरिया Bhagwati Prasad Dwivedi द्वारा हिंदी लघुकथा 8 891 Downloads 4.6k Views Writen by Bhagwati Prasad Dwivedi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दूरियाँ उससे मिलने के लिए मेरी बेचैनी बढ़ती जा रही थी । आज ज्यों ही उस पर नजर पड़ी थी, मेरा मन बेताब हो उठा था । आश्चर्य और उल्लास से भर उठा था । चाहता तो उसी वक्त मिल सकता था, पर वहाँ का वातावरण मुझे उपयुक्त न लगा था और मन—ही—मन मैंने दफ्रतर से छुट्टी पाने के बाद उससे मिलने की येाजना बना डाली थी । पिफर अपनी सीट पर वापस लौटकर मैंने पफाइलों में खोने की भरसक कोशिश की, पर न जाने क्यों, पफाइलों में मन रमा नहीं । सुबह दफ्रतर आते ही मैंने ढेर—सारी पफाइलें निकाल अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी