यह आलेख राजेंद्र यादव के योगदान और उनके साहित्यिक दृष्टिकोण का मूल्यांकन करता है। राजेंद्र यादव, जो हिंदी साहित्य में एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी मानववादी विचारक थे, ने अपनी पत्रिका 'हंस' के माध्यम से हिंदी लेखन में द्विज प्रभाव को चुनौती दी और मानवाधिकारों को प्रमुखता दी। उनका जन्म 28 अगस्त 1929 को हुआ और 28 अक्टूबर 2013 को उनका निधन हो गया। लेख में यह उल्लेख किया गया है कि राजेंद्र यादव ने अपने रचनात्मक कार्य के साथ-साथ विचारात्मक लेखन को भी महत्व दिया। वे उन लेखकों में से थे जिन्होंने हिंदी साहित्य में प्रगतिशीलता का नया आयाम स्थापित किया। आलोचक नंद किशोर नवल ने राजेंद्र यादव को अप्रगतिशील करार दिया, लेकिन लेख में इस पर सवाल उठाया गया है कि उन्होंने दक्षिणपंथी लेखकों के लिए ऐसा क्यों नहीं कहा। राजेंद्र यादव के विचार और लेखन ने सवर्ण साहित्यिक समुदाय में विवाद पैदा किया, लेकिन वे हिंदी साहित्य में एक नई दिशा और दृष्टिकोण प्रस्तुत करने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बने रहे। उनके जाने से हिंदी साहित्य में एक खालीपन आ गया है। कोई बिगड़े तो ऐसे Dr Musafir Baitha द्वारा हिंदी पत्रिका 8 1.7k Downloads 7.8k Views Writen by Dr Musafir Baitha Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हम बिगड़ें तो ऐसे कि समाज के लिए कुछ कर जाएं हमें कोई बिगाड़े तो ऐसे कि हमारी जिन्दगी बना जाए, हमें नई जीने की राह दिखा जाए। ऐसी ही एक सच्ची कहानी है यहाँ.... More Likes This कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी