मरफ़ी के नियमों का सार यह है कि "यदि कुछ गलत हो सकता है, तो वह होकर रहेगा।" ये नियम कैप्टन एडवर्ड ए. मरफ़ी के नाम पर आधारित हैं, जो 1949 में एयर फ़ोर्स में एक परियोजना के दौरान विकसित हुए। मरफ़ी ने देखा कि एक उपकरण की वायरिंग गलत थी और इस पर उनके मुँह से निकला कि लोग गलतियाँ करने के तरीके जरूर खोज लेते हैं। इस नियम का महत्व तब और बढ़ा जब परियोजना से जुड़े डॉक्टर जॉन पाल स्टाप ने इसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा किया, जिससे परियोजना की सफलता में सुधार हुआ। बाद में, यह नियम विज्ञापनों और मीडिया में लोकप्रिय हो गया। मरफ़ी के नियमों का एक अन्य उदाहरण 1930 में यूएस नेवी के कमांडर जे. मरफ़ी से जुड़ा है, जब उन्होंने कहा कि अगर कोई फ़िटर कोई पुरजा उलटा लगा सकता है, तो वह एक दिन ऐसा करके दिखाएगा। इन नियमों का मुख्य संदेश है कि गलतियों की संभावना हमेशा बनी रहती है और हमें उनसे सतर्क रहना चाहिए। मियाँ मरफ़ी के नियम Ravi Ratlami द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 1 1.9k Downloads 9.5k Views Writen by Ravi Ratlami Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मुल्ला नसरूद्दीन के चुटकुलों की तरह ही मरफ़ी के नियम कुछ सूफ़ियाना किस्म के होते हैं. पढ़ें, गुनें और आनंद लें. More Likes This मोहब्बत की दास्तान - 1 द्वारा Vishal Saini शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1 द्वारा saif Ansari हास्यास्त्र भाग–१ द्वारा Bhaveshkumar K Chudasama थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा puja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी