यह कहानी एक रिटायर व्यक्ति की है जो अपनी भतीजी सुगंधा के इम्प्रूवमेंट फार्म पर हस्ताक्षर कराने के लिए विश्वविद्यालय गया। वे समय से पहले पहुंचे क्योंकि यह उनकी आदत है। पहले, वे इस कार्य के लिए क्लर्क मीना से मिले थे, जिसने उन्हें आश्वासन दिया था कि सब कुछ ठीक होगा। जब सुगंधा अध्यक्ष से हस्ताक्षर कराने गई, तो उन्होंने कहा कि फार्म विभाग की ओर से जमा किया जाएगा। हालांकि, क्लर्क ने कहा कि पैसे उसी दिन जमा करने होंगे। सुगंधा ने अपने घर का नंबर दिया ताकि फोन पर सूचित किया जा सके। लेकिन, रिटायर व्यक्ति ने फोन की प्रतीक्षा की, जो कभी नहीं आया। अंत में, जब वह दो दिन बाद विश्वविद्यालय गए, तो उन्हें पता चला कि फार्म पर एक हस्ताक्षर छूट गया था, और उन्हें यह जानने का भी अवसर नहीं मिला कि क्यों फोन नहीं किया गया। कहानी समय की प्रबंधन, विश्वास और संचार की कमी पर केंद्रित है। एक छूटा हुआ हस्ताक्षर Ratan Chand Ratnesh द्वारा हिंदी लघुकथा 9 1.2k Downloads 7.2k Views Writen by Ratan Chand Ratnesh Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण A short-story depicting the suffering of an old common man facing in the lacklustre system. More Likes This सगाई की अंगूठी द्वारा S Sinha क्या यही है पहला प्यार? भाग -2 द्वारा anmol sushil काली किताब - भाग 1 द्वारा Shailesh verma Silent Desires - 1 द्वारा Vishal Saini IIT Roorkee (अजब प्रेम की गज़ब कहानी) - 2 द्वारा Akshay Tiwari Chai ki Pyali - 1 द्वारा Mansi गौतम बुद्ध की प्रेरक कहानियां - भाग 1 द्वारा Anarchy Short Story अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी