Tilasm tut gaya hai book and story is written by Ashok Gupta in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tilasm tut gaya hai is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तिलस्म टूट गया है Ashok Gupta द्वारा हिंदी लघुकथा 6 1k Downloads 4.4k Views Writen by Ashok Gupta Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सुबह अखबार आते थे तो उनमें रंग बिरंगे, छोटे बड़े पैम्फलेट्स निकलते और बच्चे उन्हें लूटने के लिये झपट पड़ते. “इन्हें काट कर हम रुपये बनाएंगे और खूब खेलेंगे.” खुशी मानो उनके भीतर से फूटती सी पड़ती. अखबारों को तो रोज़ रोज़ आना ही था और रंग बिरंगे पैम्फलेट्स के बगैर अखबार आते भी तो कैसे ? सो, सिलसिला चलता रहा. बच्चे लूट कर किलकते, खुश होते और बड़े होते रहे. समय बीतता गया. अब उनके यूं किलकने खेलने पर अंकुश लगने लगा, “चलो, पढाई करो... इन कागजों के नकली रुपयों से खुश होने का क्या फायदा ? पढ़ो, बड़े हो और फिर सचमुच के रुपये कमाओ. फिर देखो असली खुशी.” More Likes This True Love द्वारा Misha Nayra मज़बूत बनकर लौटा समन्दर द्वारा LOTUS पाठशाला द्वारा Kishore Sharma Saraswat डिप्रेशन - भाग 1 द्वारा Neeta Batham मोहब्बत - पार्ट 1 द्वारा mohammad sadique सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी