आकांक्षा एक खुशहाल लड़की थी, जो प्राथमिक विद्यालय से माध्यमिक विद्यालय में जाने वाली थी। उसकी माँ सविता उसे विद्यालय लेकर गईं, लेकिन आकांक्षा जन्म से अशक्त थी और चलने में कठिनाई महसूस करती थी। जब परिणाम घोषित हुआ, तो सविता ने आकांक्षा को थप्पड़ मारा क्योंकि उसे लगा कि आकांक्षा ने परीक्षा में नकल की है। आकांक्षा ने बार-बार कहा कि उसने नकल नहीं की, लेकिन सविता को विश्वास नहीं हुआ। शिक्षिका ने बताया कि अंक आकांक्षा के लिखे पर आधारित हैं और सविता को अपनी बेटी पर भरोसा करना चाहिए। समय बीत गया और आकांक्षा कॉलेज पहुंच गई। एक शादी की तैयारी में, वह नृत्य प्रदर्शन को देखकर मायूस हो गई। सविता ने उसकी उदासी देखी और उसे प्रोत्साहित किया। शादी के दिन, आकांक्षा को स्टेज पर बुलाया गया, जिससे सब लोग हैरान थे। सविता ने उसे व्हील चेयर पर स्टेज पर लाया, और आकांक्षा ने वहां अपनी कला का प्रदर्शन किया, जिससे उसने सभी को प्रभावित किया। Akansha Priya Vachhani द्वारा हिंदी लघुकथा 6 1.8k Downloads 5.9k Views Writen by Priya Vachhani Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Akansha More Likes This शादी एक समझौता - 1 द्वारा SUMIT PRAJAPATI रंगीन कहानी - भाग 1 द्वारा Gadriya Boy तीन लघुकथाएं द्वारा Sandeep Tomar जब अस्पताल में बच्चा बदल गया द्वारा S Sinha आशरा की जादुई दुनिया - 1 द्वारा IMoni True Love द्वारा Misha Nayra मज़बूत बनकर लौटा समन्दर द्वारा LOTUS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी