Ulje Rishtey - 2 book and story is written by Akash in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ulje Rishtey - 2 is also popular in Drama in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. उलझे रिश्ते - भाग 2 Akash द्वारा हिंदी नाटक 932 1.1k Downloads 2.5k Views Writen by Akash Category नाटक पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण शाम होने को थी, ऋषि अभी तक घर नहीं आया। रूपा बेहोशी हालत में थी।फुल्की ने रूपा के सर पर मरहम लगाकर पट्टी बांध दिया था। रूपा को होश आया। जैसे ही रूपा होश में गई वो जोर जोर से चिल्लाने लगी, "ऋषि बेटा.....ऋषि बेटा...""तुम कहा जा रहे हो... बे..." आगे कुछ बोलती वो जान जाती है कि वो बेहोश होगई थी और अभी अभी उसे होश आया है।रूपा बाहर होती है, जैसे अपनी माँ की पुकार सुनती है वो दौड़ी चली आती है। "माँ.. आपको होश आगया माँ... में तो चिंता करने लगी थी। यह कहकर फुल्की रोने लगती Novels उलझे रिश्ते बस में बहुत भीड थी, लोगों को खड़े खड़े सफर कर रहे थे। बैठने वाले भी दांत को कसके जा रहे थे। लेकिन उन्हीं बीच एक युवक जो दिखने में तो एक सीधा साधा २० २... More Likes This सर्जा राजा - भाग 1 द्वारा Raj Phulware एक शादी ऐसी भी - 1 द्वारा Ravi Ranjan माँ की चुप्पी - 1 द्वारा Anurag Kumar मेनका - भाग 2 द्वारा Raj Phulware पती पत्नी और वो - भाग 2 द्वारा Raj Phulware चंदेला - 2 द्वारा Raj Phulware BTS Femily Forever - 1 द्वारा Kaju अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी