Arjun's sharp tongue book and story is written by ALEKH SATPATHY in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Arjun's sharp tongue is also popular in Magazine in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अर्जुन की तीखी जबानी ALEKH SATPATHY द्वारा हिंदी पत्रिका 946 1.5k Downloads 3.9k Views Writen by ALEKH SATPATHY Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पंचगांव नाम का एक सुंदर-सा गांव था, जहां हरियाली, सादगी और अपनापन बसा था। उसी गांव में रहता था अर्जुन — एक लंबा, गोरा, चौड़े कंधों वाला, तीखी नाक और बड़ी-बड़ी आंखों वाला लड़का। उसकी मुस्कान इतनी प्यारी थी कि लोग पलटकर देखे बिना रह नहीं पाते। गांव की हर लड़की उसके पीछे दीवानी थी, लेकिन अर्जुन को घमंड नाम की चीज़ छूकर भी नहीं गई थी। वह नम्र, होशियार और दिल से बेहद साफ था।अर्जुन का बचपन संघर्षों से भरा था। उसके पिता किसान थे, और मां सिलाई करके घर चलाने में मदद करती थीं। अर्जुन को कभी ब्रांडेड More Likes This इतना तो चलता है - 3 द्वारा Komal Mehta जब पहाड़ रो पड़े - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी