अपने book and story is written by Vaibhav in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. अपने is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अपने Vaibhav द्वारा हिंदी लघुकथा 590 1.2k Downloads 3.9k Views Writen by Vaibhav Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आदरणीय पाठकों, यह मेरी पहली कहानी है कृपया मुझे बताएं कि मुझे इसमें क्या बदलाव लाने चाहिए? कुछ रिश्तों को ना ही बनाया जाए तो बेहतर होता हैक्योंकि उनका अंजाम अक्सर राख ही होता है।आज के इस युग में जब भी रिश्तों के बारे में सोचता हूँ, तो मन खिन्न हो जाता है। आज के रिश्तों में न तो कोई मिठास है, न कोई अपनापन। जब-जब अख़बार खोलता हूँ, तो अंत होते-होते आँखों में ऐसा पानी भर आता है, जो बाहर तो आना चाहता है परंतु मैं स्वयं उसे अपनी कमजोरी समझकर रोक देता हूँ। आखिर रिश्तों में रहा ही क्या है? न माँ जैसी ममता, न अपनों के लिए कोई प्यार।अक्सर सुनने को मिलता है — More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी