The journey from Khas to Gorkha book and story is written by Dalvir Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. The journey from Khas to Gorkha is also popular in Philosophy in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. खस से गोरखा तक का सफर Dalvir Singh द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 282 Downloads 975 Views Writen by Dalvir Singh Category मनोविज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण लेखक का उद्देश्यलेखक का मानना है कि प्राचीन काल के लोगों की पहचान धर्म या जाति से नहीं, बल्कि स्थान से की जाती थी। "खस" नाम भी कोई जाति या धर्म नहीं, बल्कि एक भौगोलिक स्थान की वजह से मिला नाम है। महाभारत जैसे प्राचीन ग्रंथ में खसों का जिक्र है। इतने प्राचीन लोगों का इतिहास मध्य काल से पहले के धूमिल है। शायद वह इतिहास भी नालंदा विश्वविद्यालय की आग में जल गया हो। क्योंकि मध्य काल से आज तक का खसों का इतिहास के साक्ष्य तो है इसलिए लेखक ने इतिहासकारों की किताबों, पुरातात्विक साक्ष्यों और जेनेटिक अध्ययनों More Likes This Successful MAD Tips द्वारा Ashish भय - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सबा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil चुप्पियों का कथाकार - अर्नेस्ट हेमिंग्वे द्वारा Dr Jaya Shankar Shukla जागृति आवाहन द्वारा Rudra S. Sharma जीवन कैसे जिएं? - 1 द्वारा Priyanshu Jha VIRUS द्वारा ANKIT YADAV अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी