Vikramsamhita book and story is written by Divya Verma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Vikramsamhita is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. विक्रमसंहिता Divya Verma द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 1.2k Downloads 3.7k Views Writen by Divya Verma Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण महाराज अपने कक्ष में तैयार हो रहे हैं तभी एक सेवक उनके कक्ष में आता हैं।सेवक : " महाराज कि जय हो ! कवि कुलभूषण आपसे मिलने आए हैं।"महाराज सेवक को देखते हुए " ठीक है कविराज कुलभूषण को हमारे कक्ष में भेज दीजिए।"फिर सेवक कवि कुलभूषण को महाराज के कक्ष में ले आता है।महाराज कवि कुलभूषण को देखते हुए कहते हैं-" आईए कविराज बिराजिए।"और अपने सामने आसन की ओर संकेत करते हैं ।कवि कुलभूषण आसन पर बैठकर कहते हैं :" प्रणाम महराज हम चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य की जीवनी पर एक पुस्तक लिखना चाहते हैं कृपया करके आप इस कार्य More Likes This Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी