Swayamvadhu - 44 book and story is written by N Vaishali Rao in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Swayamvadhu - 44 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
स्वयंवधू - 44
Sayant
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
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विवरण
इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ ज़बरदस्ती के रिश्ते हैं। पाठकों, यदि आप आघात नहीं चाहते तो इसे छोड़ दें।कंपनी के अंदरपिछली कहानी में समीर ने उसे अपने अधीनस्थ कंपनी की बैलेंस शीट के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे उससे छीन लिया और उसी समय वहाँ नीरज और राघव कमरे में दाखिल हुए और समीर के हाथ में कागज देखकर समीर के बगल खड़े हो गए। अब आगे,तीनो उसे शिकारी की तरह अपनी नज़रो से चीर रहे थे।वह डरी हुई पछता रही थी।उसने अपना सिर नीचे कर लिया और अपनी हाथों को खरोंचते हुए, "मुझे पता है कि मैंने
यह एक अनाड़ी और अंतर्मुखी लड़की की कहानी है जिसे अगवा कर 'स्वयंवधू' नामक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए मजबूर किया गया। यह उसके लिए अमीर लोगो...
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