Navsanvatsar Siddharthi-2082 - 1 book and story is written by नंदलाल मणि त्रिपाठी in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Navsanvatsar Siddharthi-2082 - 1 is also popular in Astrology in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
नवसंवत्सर सिद्धार्थी -2082 - भाग 1
नंदलाल मणि त्रिपाठी
द्वारा
हिंदी ज्योतिष शास्त्र
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विवरण
जीवन का प्रत्येक पल प्रहर नव संदेश का आगमन होता है एवं प्रत्येक सूर्योदय नव सूर्योदय अर्थात सत्य यही है कि प्रत्येक प्राणी का जीवन उसके जीवन के प्रत्येक पल प्रहर के अनुसार ही परिभाषित होता है एव जाना पहचाना जाता है ।समय कि गणना के लिए पल प्रहर प्रभात संध्या दिवस रात्रि दिवस सप्ताह पक्ष माह वर्ष में विभाजित कर राशियों एव ग्रहों कि गति एव उनकी स्थिति के अनुसार समय काल कि गणना कि जाति है ।दिवस चौबीस प्रहर का सप्ताह सात दिवस का और पक्ष पंद्रह दिवसों का एव माह दो पक्षो को मिलाकर तीस दिवसों
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