My Shayari Book - 1 book and story is written by Roshan baiplawat Sad shayari in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. My Shayari Book - 1 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. My Shayari Book - 1 Roshan baiplawat द्वारा हिंदी लघुकथा 1 819 Downloads 2.5k Views Writen by Roshan baiplawat Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दर्द इमोशनल शायरी और गजलना फूलों की दुकान होती ना इश्क होता तेरी चाहत में यार मैं यूं ना बर्बाद होता दिया था वह फूल भी किताब में सूख गया तेरी याद आई तो तुझे गजलों में लिख दियाअब रात भर गजले लिखूं और उन्हें पढ़ता रहता हूं महफिलों में तेरी दास्तां में यूं ही सुनाता रहता हूं....!मोहब्बत के सफर में कुछ यूं ही होता हैकोई हमको हमसे ही चुरा लेता है फिर यूं ही छोड़ जाता हैहमें चाहते होती है जिनकी। देखते हैं राहे उनकी, सोचते हैं यादों में बसी बातें उनकीलेकिन फिर भी वह More Likes This चिंगारी: जो बुझी नहीं - 1 द्वारा Sumit Sharma पुर्णिमा - भाग 1 द्वारा Soni shakya CM: The untold story - 2 द्वारा Ashvin acharya चालाक कौवा द्वारा falguni doshi My Shayari Book - 1 द्वारा Roshan baiplawat रंगीन कहानी - भाग 1 द्वारा Gadriya Boy तीन लघुकथाएं द्वारा Sandeep Tomar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी